गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर 1 नवम्बर को दो महत्वपूर्ण आयोजनों का साक्षी बनने जा रहा है, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक ही दिन ज्ञान और नवाचार से जुड़े दो कार्यक्रमों का शुभारंभ करेंगे। पहला कार्यक्रम दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाला “गोरखपुर पुस्तक महोत्सव” होगा, जबकि दूसरा समारोह “सैमसंग इनोवेशन कैंपस प्रमाणपत्र वितरण” के रूप में बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह, नौका विहार में संपन्न होगा। दोनों ही कार्यक्रमों का आयोजन विश्वविद्यालय के सहयोग और देखरेख में किया जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार मुख्यमंत्री सुबह 9:30 बजे गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर पहुंचेंगे और फीता काटकर पुस्तक महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर वे पुस्तक मेले का अवलोकन करेंगे, विद्यार्थियों से संवाद करेंगे और बच्चों को प्रेरणा स्वरूप पुस्तकें भेंट करेंगे। इस आयोजन में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत के अध्यक्ष प्रोफेसर मिलिंद सुदाकर मराठे उद्घाटन भाषण देंगे और समाज में पठन-पाठन संस्कृति, पुस्तक प्रेम और ज्ञान के प्रसार पर अपने विचार साझा करेंगे। कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने कहा कि पुस्तक महोत्सव केवल एक मेला नहीं बल्कि यह ज्ञान, संस्कृति और संवाद का उत्सव है, जो विद्यार्थियों को अध्ययन, चिंतन और विचार की दिशा में प्रेरित करता है। मुख्यमंत्री इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और पुस्तक प्रतियोगिता में विजेता विद्यार्थियों को भी सम्मानित करेंगे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के निदेशक युवराज मलिक के धन्यवाद ज्ञापन से किया जाएगा।
पुस्तक महोत्सव बनेगा पठन संस्कृति के पुनर्जागरण का माध्यम
गोरखपुर पुस्तक महोत्सव को विश्वविद्यालय प्रशासन और प्रदेश सरकार ने एक व्यापक सांस्कृतिक पहल के रूप में देखा है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को पुस्तकों के प्रति आकर्षित करना और समाज में अध्ययन की परंपरा को मजबूत बनाना है। इस आयोजन में कई प्रमुख प्रकाशक, साहित्यकार, शिक्षाविद और पुस्तक प्रेमी भाग लेंगे। विभिन्न सत्रों में साहित्य, संस्कृति और शिक्षा से जुड़े विषयों पर संवाद होंगे। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि इस महोत्सव का मकसद युवाओं में ज्ञान के प्रति जिज्ञासा और पुस्तक पढ़ने की आदत को पुनर्जीवित करना है। विश्वविद्यालय ने आयोजन स्थल को आकर्षक रूप से सजाया है, जहां विद्यार्थियों के लिए विचार गोष्ठियां, पुस्तक प्रदर्शनियां और लेखकों के साथ संवाद सत्र आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इसका उद्घाटन किए जाने से यह आयोजन और भी विशेष हो गया है। शिक्षा जगत के जानकारों का कहना है कि यह पहल पूर्वांचल में पठन-पाठन की संस्कृति को नई दिशा देगी और विश्वविद्यालयों को ज्ञान के केंद्र के रूप में और अधिक मजबूत बनाएगी।
सैमसंग इनोवेशन कैंपस से बढ़ेगा तकनीकी कौशल और आत्मनिर्भरता
पुस्तक महोत्सव के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नौका विहार स्थित बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित सैमसंग इनोवेशन कैंपस प्रमाणपत्र वितरण समारोह में भी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस अवसर पर वे चयनित विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र प्रदान करेंगे। समारोह में सैमसंग इंडिया के प्रेसिडेंट और सीईओ जे. बी. पार्क, इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ESSCI) के अध्यक्ष विनोद शर्मा और विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन विशेष रूप से उपस्थित रहेंगी। कार्यक्रम का उद्देश्य उच्च शिक्षा को तकनीकी कौशल से जोड़ना और विद्यार्थियों को नई तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और कोडिंग में प्रशिक्षित करना है। कुलपति ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत अब तक 1600 से अधिक विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जो प्रदेश के तकनीकी सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। सैमसंग इंडिया और ESSCI के संयुक्त सहयोग से चल रही यह पहल छात्रों को रोजगार के नए अवसर प्रदान कर रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि यह आयोजन केवल प्रमाणपत्र वितरण तक सीमित नहीं बल्कि युवाओं को नवाचार की भावना से जोड़ने का एक प्रयास है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संरक्षण में आयोजित यह कार्यक्रम प्रदेश में शिक्षा और तकनीक के एकीकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा, जिससे गोरखपुर विश्वविद्यालय ज्ञान और नवाचार के केंद्र के रूप में अपनी नई पहचान स्थापित करेगा।




