गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर में छठ महापर्व नजदीक आते ही नगर निगम प्रशासन पूरी सक्रियता के साथ तैयारियों में जुट गया है। शुक्रवार को मेयर और नगर आयुक्त ने शहर के तीन प्रमुख पोखरों – मानसरोवर मंदिर स्थित मानसरोवर पोखरा, सूरजकुंड पोखरा और गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित भीम सरोवर – का निरीक्षण किया। दोनों अधिकारियों ने छठ घाटों पर सफाई, सजावट और सुरक्षा के इंतजामों की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों को समयबद्ध रूप से कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छठ पर्व गोरखपुर की आस्था और संस्कृति का प्रतीक है, इसलिए श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। निरीक्षण के दौरान नगर निगम के कई अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें सहायक नगर आयुक्त अविनाश प्रताप सिंह, अधिशासी अभियंता अमरनाथ, सफाई निरीक्षक श्रवण सोनकर सहित अन्य कर्मचारी शामिल थे। मेयर ने इस मौके पर कहा कि सफाई कार्य शहर की साख से जुड़ा है, इसलिए किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सफाई और सजावट को लेकर दिए सख्त निर्देश
निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी तालाबों और घाटों की सफाई पूरी तरह से 25 अक्टूबर तक कर ली जाए। उन्होंने कहा कि सीढ़ियों पर जमी काई को तुरंत हटाया जाए ताकि श्रद्धालुओं को पूजा के समय फिसलन की कोई दिक्कत न हो। मानसरोवर पोखरा और भीम सरोवर के आसपास की सड़कों, घाटों और जलक्षेत्रों में कूड़ा या प्लास्टिक का एक भी टुकड़ा न दिखे, इसके लिए सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगातार लगाई गई है। नगर आयुक्त ने बताया कि छठ पूजा के दौरान भारी भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त सफाई और निगरानी टीमों को भी तैनात किया गया है। वहीं, सजावट कार्य के लिए निर्देश दिया गया कि दोनों सरोवरों को रंग-बिरंगी लाइटों, कपड़ों और फूलों से आकर्षक रूप से सजाया जाए ताकि श्रद्धालुओं को उत्सव का अनुभव हो। नगर निगम के अभियंताओं को व्यवस्था की निगरानी करते हुए रोजाना प्रगति रिपोर्ट देने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि तैयारियों में देरी पर जिम्मेदारों से जवाब तलब किया जाएगा।
श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और प्रकाश व्यवस्था पर जोर
मेयर ने कहा कि छठ महापर्व के दौरान गोरखपुर में हजारों श्रद्धालु घाटों पर सूर्य को अर्घ्य देने पहुंचते हैं। ऐसे में सुरक्षा, स्वच्छता और प्रकाश व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने बताया कि सभी प्रमुख तालाबों और घाटों पर अतिरिक्त लाइटें लगाई जा रही हैं ताकि शाम और भोर में पूजा के समय पर्याप्त रोशनी रहे। साथ ही, महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस और स्वयंसेवक टीमों की तैनाती होगी। नगर निगम ने बताया कि सफाई कर्मियों की 24 घंटे की ड्यूटी लगाई गई है और कंट्रोल रूम से सभी घाटों की स्थिति की मॉनिटरिंग की जाएगी। भीड़ प्रबंधन के लिए बैरिकेडिंग और प्रवेश-निकास मार्गों की अलग व्यवस्था बनाई जा रही है ताकि किसी तरह की अव्यवस्था न हो। नगर आयुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि पूजा स्थलों के आसपास अस्थायी चिकित्सा शिविर, पीने के पानी की व्यवस्था और लाइटों की मरम्मत का काम भी तत्काल पूरा कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि यह पर्व शहर की स्वच्छता और समर्पण की परीक्षा है, और हर अधिकारी को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। नगर निगम की टीम ने आश्वासन दिया कि निर्धारित समय तक सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी और श्रद्धालुओं को छठ पर्व के दौरान स्वच्छ, सुरक्षित और भव्य वातावरण मिलेगा।




