गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – आजाद समाज पार्टी (भीम आर्मी) के प्रमुख और सांसद चंद्रशेखर आजाद ने गोरखपुर में हाल ही में हुए दीपक गुप्ता हत्याकांड पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि यह घटना मुख्यमंत्री के गृह जनपद में हुई, जहाँ कानून-व्यवस्था की सबसे अधिक सख्ती की अपेक्षा की जाती है। बावजूद इसके, एक नौजवान को सरेआम पीट-पीटकर मार दिया गया और पुलिस प्रशासन को भनक तक नहीं लगी। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर अपराधियों को इतनी ताकत कहाँ से मिल रही है। चंद्रशेखर ने कहा कि यदि राज्य में व्यवस्था मजबूत होती तो कोई अपराधी इस हद तक जाने की हिम्मत नहीं करता। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है और जनता असुरक्षित महसूस कर रही है।
जनता में बढ़ता अविश्वास और सरकार पर आरोप
सांसद चंद्रशेखर ने कहा कि राज्य की जनता का सरकार पर से भरोसा उठ चुका है। उन्होंने नोटबंदी, महंगाई, रोजगार संकट और शिक्षा-स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली जैसे मुद्दों को गिनाते हुए कहा कि सरकार जनता की बुनियादी समस्याओं पर कभी ध्यान नहीं देती। उनके मुताबिक मुख्यमंत्री अपने भाषणों में धर्म और राजनीति को प्राथमिकता देते हैं ताकि असली सवालों से ध्यान भटकाया जा सके। चंद्रशेखर ने हाल ही में आत्महत्या करने वाले शिक्षकों, पुरानी पेंशन की बहाली की मांग और टीईटी नियमों से जुड़ी परेशानियों का जिक्र किया और कहा कि सरकार की नीतियां लोगों में भय और असुरक्षा फैला रही हैं। उन्होंने गाज़ीपुर की घटना को भी उठाया जहाँ कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ता की थाने में मौत हो गई। “जब सत्ताधारी दल का कार्यकर्ता ही सुरक्षित नहीं है तो आम जनता का क्या होगा?” उन्होंने कहा। साथ ही, उन्होंने गुलदार हमलों, निजीकरण, महंगाई और जीएसटी में बढ़ते टैक्स बोझ जैसे मुद्दों को भी सामने रखा और सरकार को आम आदमी की समस्याओं से बेखबर बताया।
संविधान, विपक्ष और सामाजिक मुद्दों पर रुख
चंद्रशेखर आजाद ने संविधान की रक्षा और कमजोर वर्गों के हित को अपनी पार्टी की प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र केवल संविधान जलाने से नहीं मरता बल्कि जब उसके मूल्यों की हत्या होती है तो वही असली लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनावों में विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन तक दाखिल नहीं करने दिया जाता और सरकारी संस्थानों का निजीकरण कर आम आदमी को हाशिये पर धकेला जा रहा है। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधा और कहा कि यह वही पार्टी है जिसने प्रमोशन में आरक्षण का बिल फाड़ा और जिलों के नाम बदल दिए। इसके अलावा, उन्होंने उत्तराखंड में मदरसा बोर्ड खत्म करने के फैसले पर भाजपा सरकार को घेरा और इसे अल्पसंख्यकों के खिलाफ कदम बताया। चंद्रशेखर ने कथित धार्मिक नेता जगद्गुरु रामभद्राचार्य की उस टिप्पणी का भी विरोध किया जिसमें मेरठ को ‘मिनी पाकिस्तान’ कहा गया था। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि ऐसे लोग संत नहीं बल्कि पाखंडी हैं जो समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। प्रेस वार्ता के अंत में उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी का जनाधार तेजी से बढ़ रहा है और जनता संविधान तथा अपने अधिकारों की रक्षा के लिए उनके साथ खड़ी है।