गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर में भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान की जिला कार्यशाला शुक्रवार को रानीडीहा स्थित भाजपा कार्यालय में संपन्न हुई। इस कार्यशाला की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी ने की, जबकि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सांसद डॉ. रमापति राम त्रिपाठी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या मौजूद रही। डॉ. त्रिपाठी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि स्वदेशी उत्पादों को अपनाना ही राष्ट्र सेवा का एक महत्वपूर्ण रूप है। इसके माध्यम से ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे और युवाओं को अपने ही घर के पास रोजगार मिलेगा।
महिलाओं के योगदान और सामाजिक प्रभाव
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं की भूमिका को विशेष रूप से सराहा गया। डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से महिलाएँ हर क्षेत्र में सफल हो रही हैं और छोटे उद्योगों में पुरुषों के समान कार्य कर रही हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि यदि सभी मिलकर प्रयास करेंगे तो 2047 तक भारत पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर बन जाएगा। जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे इस अभियान को केवल आर्थिक दृष्टि से नहीं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी मजबूत बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएँ। उन्होंने बताया कि यह अभियान 25 सितंबर से 25 दिसंबर तक चलेगा और इसमें आम जनता एवं कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित करना प्राथमिकता होगी।
स्थानीय नेताओं के संदेश और आगामी कार्यक्रम
कार्यशाला में खजनी विधायक रामजी चौहान ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का विज़न केवल आत्मनिर्भर भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत को एक सशक्त आर्थिक शक्ति बनाने का है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक को अपनी भूमिका निभानी होगी। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत 23 सितंबर से 25 दिसंबर तक विभिन्न गतिविधियाँ और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें कार्यकर्ताओं और आम जनता की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इस पहल के माध्यम से न केवल आर्थिक सशक्तिकरण होगा बल्कि सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक मजबूती भी स्थापित होगी, जिससे भारत के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में ठोस कदम बढ़ेंगे।