एम्स गोरखपुर प्रशासन ने ओपीडी सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए गुरुवार से सात विभागों में टोकन डिस्प्ले सिस्टम लागू कर दिया है। इसमें जनरल सर्जरी, स्त्री एवं प्रसूति रोग, नाक-कान-गला, न्यूरोलॉजी, जनरल मेडिसिन, हड्डी रोग और मनोरोग विभाग शामिल हैं। इस नई व्यवस्था से मरीजों को अब अपने नंबर के लिए बार-बार कर्मचारियों से पूछने की आवश्यकता नहीं होगी। वे अपनी सीट पर बैठकर ही ओपीडी परिसर में लगी स्क्रीन पर अपना टोकन नंबर देख सकेंगे। एम्स की ओपीडी में प्रतिदिन पांच हजार से अधिक मरीज पहुंचते हैं। ऐसे में यह सुविधा समय और ऊर्जा दोनों की बचत करेगी।
निदेशक के निर्देश पर लागू हुई योजना
कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. विभा दत्ता के निर्देश पर टोकन डिस्प्ले सिस्टम लागू किया गया। अब तक ओपीडी में रोगी का नाम और सीआर नंबर हास्पिटल अटेंडेंट रजिस्टर में नोट करते थे और मरीज का नंबर आने पर उन्हें बुलाते थे। नई व्यवस्था से यह प्रक्रिया आसान और पारदर्शी हो गई है। इससे भीड़ को नियंत्रित करने और रोगियों को सुव्यवस्थित ढंग से सेवा देने में मदद मिलेगी। एम्स प्रशासन का कहना है कि यह व्यवस्था मरीजों को सम्मानजनक और सहज अनुभव दिलाने की दिशा में एक अहम कदम है।
जल्द ही सभी विभागों में होगी शुरुआत
फिलहाल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, फैमिली मेडिसिन, दंत रोग, पल्मोनरी विभाग, पेन क्लिनिक, रेडियोथेरेपी, कैंसर रोग और नेत्र रोग विभाग में यह सुविधा शुरू नहीं हो पाई है। यहां अभी कर्मचारी कागज पर टोकन नंबर लिखकर मरीजों को बुला रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि जल्द ही इन विभागों में भी डिस्प्ले स्क्रीन लगाई जाएगी ताकि एम्स गोरखपुर की पूरी ओपीडी एक ही सिस्टम से संचालित हो सके। इसके साथ ही डिजिटल स्वास्थ्य सुविधाओं को और आधुनिक बनाने पर भी काम चल रहा है।
एम्स गोरखपुर की ओपीडी में टोकन डिस्प्ले सिस्टम की शुरुआत मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने की दिशा में बड़ा कदम है। इससे जहां मरीजों को नंबर के लिए बार-बार भागना नहीं पड़ेगा, वहीं अस्पताल प्रशासन को भी भीड़ प्रबंधन में सुविधा होगी। आने वाले दिनों में जब यह व्यवस्था सभी विभागों में लागू होगी तो एम्स गोरखपुर पूर्वांचल के मरीजों के लिए और भी अधिक सुगम और आधुनिक स्वास्थ्य केंद्र बनकर उभरेगा।