कैंसर मरीजों के लिए नई सुविधा का शुभारंभ
एम्स गोरखपुर में कैंसर पीड़ित मरीजों के लिए राहत की बड़ी खबर सामने आई है। अस्पताल प्रशासन इस सप्ताह से 16 बेड का डे केयर वार्ड शुरू करने जा रहा है। इस वार्ड में कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी कराने वाले मरीजों को सुबह से शाम तक भर्ती कर उपचार दिया जाएगा। फिलहाल एम्स में 30 बेड का कैंसर वार्ड संचालित है, लेकिन बढ़ती संख्या के कारण वह लगभग हर समय भरा रहता है। नए डे केयर वार्ड के शुरू होने से कैंसर पीड़ितों को समय पर इलाज मिल सकेगा और उन्हें भर्ती के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। यह सुविधा मरीजों और उनके परिजनों के लिए काफी सहूलियत भरी साबित होगी।
रेडियोथेरेपी सेवाएं फिर से पटरी पर आएंगी
एम्स प्रशासन कैंसर उपचार की प्रमुख सेवा रेडियोथेरेपी को भी दुरुस्त करने की दिशा में तेजी से कदम उठा रहा है। मई 2025 से यह सेवा शुरू हुई थी, लेकिन पिछले महीने 13 अगस्त को रेडियोलॉजिकल सेफ्टी ऑफिसर (आरएसओ) के इस्तीफे के बाद स्थिति प्रभावित हो गई। प्रशासन ने पूर्व आरएसओ को एक सप्ताह तक अतिरिक्त कार्य करने को कहा, लेकिन उसके बाद उपचार पर संकट गहराने लगा। अब आठ सितंबर को नए आरएसओ की नियुक्ति के लिए साक्षात्कार होना तय है। चयनित उम्मीदवार के इसी माह कार्यभार संभालने की उम्मीद है। इसके बाद एम्स में नए मरीजों की रेडियोथेरेपी दोबारा शुरू की जाएगी, जबकि पंजीकृत मरीजों का इलाज अभी जारी है।
एम्स प्रशासन की तैयारी और मरीजों को उम्मीद
एम्स गोरखपुर की कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. विभा दत्ता ने जानकारी दी है कि नए आरएसओ का चयन शीघ्र किया जाएगा और इस बार कोई व्यवधान न आए, इसके लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन का लक्ष्य है कि कैंसर रोगियों को किसी तरह की दिक्कत न हो और उन्हें उपचार में निरंतरता मिलती रहे। कैंसर मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन लगातार सुविधाओं का विस्तार कर रहा है। नए डे केयर वार्ड और रेडियोथेरेपी सेवा की बहाली से मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा और क्षेत्र के लोगों को दिल्ली-लखनऊ जैसे बड़े शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा। यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने की दिशा में अहम साबित होगा।