गोरखपुर में रविवार को अग्रवाल महिला समिति का 41वां पदग्रहण समारोह बड़े उत्साह और गरिमा के साथ संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में शहर की नामचीन समाजसेवी महिलाएं, शिक्षाविद और सम्मानित अतिथि शामिल हुए। समारोह का मुख्य आकर्षण था डीडीयू यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन का आगमन, जिन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में महिलाओं को न केवल प्रोत्साहित किया बल्कि समाज में उनके बढ़ते योगदान की सराहना भी की। उनके साथ उत्तर प्रदेश व्यापार कल्याण बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष अग्रवाल रत्न पुष्पदंत जैन विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद समिति की सदस्यों ने गणेश वंदना और अग्रसेन वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। महिलाओं की सांस्कृतिक प्रस्तुति-स्वागत गीत पर किया गया सुंदर नृत्य-ने उपस्थित दर्शकों का दिल जीत लिया। पूरा पंडाल तालियों से गूंज उठा और वातावरण में महिला सशक्तिकरण की ऊर्जा महसूस की जा सकती थी। कार्यक्रम में शहर की कई युवा महिलाओं ने भी हिस्सा लिया, जिन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि समिति जैसी संस्थाएं समाज में महिलाओं की पहचान और उनकी भूमिका को सशक्त बनाती हैं।
समिति के उद्देश्यों पर हुई चर्चा, नई योजनाओं की मिली झलक
इस अवसर पर संस्थापिका अध्यक्ष अग्रवाल रत्न विमला दास ने अपने संबोधन में समिति के उद्देश्यों, अब तक की उपलब्धियों और आने वाली योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि समिति का मुख्य लक्ष्य समाज में शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में निरंतर कार्य करना है। विमला दास ने सभी सदस्यों को अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करने का आग्रह किया और कहा कि समाज की प्रगति में महिलाओं की सक्रिय भूमिका आवश्यक है। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय में समिति विभिन्न जनकल्याणकारी गतिविधियों-जैसे स्वास्थ्य शिविर, बालिका शिक्षा सहायता, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों-का आयोजन करेगी ताकि समाज के हर वर्ग तक सहायता पहुंच सके। इस मौके पर कार्यक्रम का संचालन संयोजक दल ने कुशलता से किया, जबकि मंच संचालन में कई वरिष्ठ सदस्याएं शामिल रहीं।
नई कार्यकारिणी ने संभाली जिम्मेदारी, समाज के उत्थान का लिया संकल्प
समारोह का सबसे महत्वपूर्ण क्षण तब आया जब नई कार्यकारिणी के सदस्यों ने अपने पद की शपथ ली। नव निर्वाचित अध्यक्ष रजनी अग्रवाल ने अपने पहले संबोधन में कहा कि महिला शक्ति समाज की आधारशिला है और समिति आने वाले वर्षों में शिक्षा, सेवा और संस्कृति के क्षेत्र में नई मिसालें कायम करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अग्रवाल महिला समिति का उद्देश्य केवल समाजसेवा तक सीमित नहीं, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें निर्णय लेने की प्रक्रिया में सशक्त बनाना है। नई कार्यकारिणी में सचिव के रूप में शानू अग्रवाल, उपाध्यक्ष के रूप में रितु अग्रवाल और सीमा सिंघल, कोषाध्यक्ष के रूप में नम्रता जैन और योगिता गर्ग, तथा जनसंपर्क अधिकारी के रूप में नेहा जैन और नेहा संजय अग्रवाल को जिम्मेदारी सौंपी गई। सभी सदस्यों ने अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करने का संकल्प लिया। मुख्य अतिथि प्रो. पूनम टंडन ने अपने संबोधन में समिति की स्थापना को समाज के लिए प्रेरणादायक कदम बताया और कहा कि महिलाएं जब संगठित होकर आगे बढ़ती हैं, तो वे समाज में बदलाव की सबसे बड़ी वाहक बनती हैं। समारोह के अंत में सभी महिलाओं ने सामूहिक रूप से स्मृति चित्र लिए और एक-दूसरे को नई जिम्मेदारियों के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर ने न केवल अग्रवाल महिला समिति की सामाजिक प्रतिबद्धता को मजबूत किया, बल्कि यह भी साबित किया कि संगठित महिला शक्ति समाज में सकारात्मक परिवर्तन की सबसे प्रभावी धारा बन सकती है।




