बीएलओ ड्यूटी में लापरवाही से वेतन पर लगी रोक
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और मतदाता सूची पुनरीक्षण के लिए शिक्षकों को बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन 83 शिक्षक, शिक्षा मित्र और अनुदेशक इस ड्यूटी से गायब पाए गए। प्रशासन ने इनके लिए चार दिन तक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसमें 21, 22, 23 और 25 अगस्त को उपस्थिति अनिवार्य थी, लेकिन ये लोग उसमें भी शामिल नहीं हुए। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए ADM वित्त एवं राजस्व विनीत कुमार सिंह ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि जब तक ये शिक्षक BLO का कार्यभार ग्रहण नहीं करते, तब तक उनका वेतन रोका जाए। आदेश का पालन करते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भटहट, पिपराइच, चरगांवा और भरोहिया ब्लॉकों से संबंधित शिक्षकों का वेतन तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश जारी कर दिया। साथ ही स्पष्ट किया गया कि ड्यूटी शुरू करने के बाद ही वेतन बहाल किया जाएगा। प्रशासन का कहना है कि चुनाव से जुड़ी जिम्मेदारी को हल्के में लेना अनुशासनहीनता है और इस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पिपराइच विधानसभा में ड्यूटी, प्रशासन की सख्ती
जिन शिक्षकों का वेतन रोका गया है, उनकी ड्यूटी पिपराइच विधानसभा क्षेत्र में BLO के रूप में लगाई गई थी। मतदाता सूची पुनरीक्षण जैसे संवेदनशील कार्य के लिए नियुक्त BLO की अनुपस्थिति प्रशासनिक प्रक्रिया में बाधा बन सकती थी, इसलिए इन्हें पहले ही प्रशिक्षण में बुलाया गया था ताकि वे कामकाज की पूरी समझ हासिल कर सकें। इसके बावजूद कई शिक्षक प्रशिक्षण से अनुपस्थित रहे और बाद में BLO ड्यूटी पर भी नहीं पहुंचे। ADM के निर्देश के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने इस मामले में तत्काल सख्त कदम उठाए हैं। अधिकारियों का कहना है कि BLO का काम सिर्फ चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए बेहद जरूरी है। पिपराइच विधानसभा में इन 83 शिक्षकों की गैरहाजिरी से प्रशासन को अतिरिक्त दबाव झेलना पड़ा और संसाधनों का पुनर्वितरण करना पड़ा। यह पहली बार नहीं है जब BLO की जिम्मेदारी से बचने पर कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई हो, लेकिन इस बार बड़े पैमाने पर एक साथ 83 शिक्षकों पर कार्रवाई होना शिक्षा विभाग और चुनाव प्रशासन दोनों के लिए संदेश माना जा रहा है।
मतदाता सूची पुनरीक्षण पर असर और प्रशासन की तैयारी
इस समय जिले में मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रक्रिया चल रही है, जिसमें BLO की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। BLO ही मतदाता सूची को घर-घर जाकर सत्यापित करते हैं और नए मतदाताओं के नाम जोड़ने, मृतकों या स्थानांतरित हो चुके व्यक्तियों के नाम हटाने जैसे कार्य करते हैं। उनकी अनुपस्थिति से यह प्रक्रिया प्रभावित हो सकती थी, लेकिन प्रशासन ने समय रहते सख्त कार्रवाई कर यह संदेश दे दिया है कि चुनावी कार्यों में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। BLO के काम के बाद प्रारूप सूची प्रकाशित की जाएगी जिस पर आमजन से आपत्तियां ली जाएंगी और उसके बाद अंतिम मतदाता सूची तैयार होगी। चुनावी माहौल को देखते हुए प्रशासन त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और आगामी चुनावी गतिविधियों को लेकर पूरी तरह मुस्तैद है। अधिकारियों ने साफ किया है कि जिन शिक्षकों का वेतन रोका गया है, उन्हें तुरंत ड्यूटी ज्वाइन करनी होगी, अन्यथा आगे और भी कठोर कार्रवाई की जा सकती है। इस घटना ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से जुड़े कार्यों में कोताही करना न केवल व्यक्तिगत स्तर पर नुकसानदेह है बल्कि पूरी चुनावी प्रणाली पर भी नकारात्मक असर डाल सकता है।