गोरखपुर में विवादित पोस्टर से भड़की राष्ट्रीय चिंता
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में मस्जिद की दीवार पर लगाए गए भड़काऊ पोस्टर ने न केवल स्थानीय प्रशासन बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया है। बुधवार सुबह कोतवाली थाना क्षेत्र के छोटे काजीपुर इलाके में एक मस्जिद की दीवार पर ‘i love muhammad’ और धार्मिक भावनाओं को उकसाने वाले वाक्य लिखे पोस्टर लगाए गए, जिससे क्षेत्र में तनाव फैल गया।
पोस्टर में “खून का कतरा बहाएंगे, मौका पड़ा तो सिर कटाएंगे” जैसे उत्तेजक शब्द दर्ज थे। वीडियो वायरल होते ही स्थिति बिगड़ने की आशंका के मद्देनज़र पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पोस्टर हटवाए और पूरे इलाके को सुरक्षा घेरे में ले लिया।
कोतवाली पुलिस और प्रशासनिक टीमों ने इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पैदल गश्त बढ़ा दी है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
खुफिया एजेंसियां सतर्क, राष्ट्रीय सुरक्षा पर निगाह
घटना के बाद खुफिया विभाग (Intelligence Agencies) ने तत्काल रिपोर्ट तलब की है और यह जांच शुरू की गई है कि कहीं यह मामला किसी व्यापक साजिश का हिस्सा तो नहीं है। सूत्रों के अनुसार, बीते कुछ हफ्तों में देश के कई हिस्सों में धार्मिक नारों या प्रतीकों का दुरुपयोग कर सामाजिक माहौल को भड़काने की कोशिशें की गई हैं।
गोरखपुर में यह घटना भी उसी पैटर्न का हिस्सा मानी जा रही है। राष्ट्रीय स्तर पर एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि इन घटनाओं के पीछे कोई संगठित नेटवर्क या सोशल मीडिया आधारित प्रचार तंत्र तो सक्रिय नहीं है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को रिपोर्ट भेज दी है, जिसके बाद दिल्ली, लखनऊ, कानपुर, और अन्य संवेदनशील शहरों में भी निगरानी बढ़ा दी गई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह की घटनाएं केवल एक जिले तक सीमित नहीं रहतीं, बल्कि इनका असर देशव्यापी सामाजिक सौहार्द पर पड़ता है। यही वजह है कि गोरखपुर की इस घटना को एक स्थानीय मामला नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और communal harmony से जुड़ी बड़ी चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है।
पुलिस की कार्रवाई और देशभर में अलर्ट मोड
गोरखपुर पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मस्जिद के मुतवल्ली से पूछताछ की, जिन्होंने बताया कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं थी और यह संभवतः किसी शरारती तत्व की करतूत है।
साथ ही, एक अन्य मामला चिलुआताल थाना क्षेत्र के नकहा नंबर एक, घोसीपुरवा से सामने आया, जहां इसी तरह के पोस्टर लगाए गए थे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से दो आरोपियों – सिराजुल उर्फ मोहम्मद कैफ और मोहम्मद कादिर उर्फ कालिया – को गिरफ्तार कर लिया।
दोनों के खिलाफ शांति भंग और समाज में वैमनस्य फैलाने की धाराओं में कार्रवाई कर उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने सभी जिलों में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी घटना की जानकारी भेजी गई है ताकि अन्य राज्यों में भी ऐसी किसी संभावित गतिविधि पर निगरानी रखी जा सके। पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे किसी अफवाह या भड़काऊ संदेश पर विश्वास न करें और किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत स्थानीय थाने या हेल्पलाइन पर दें।
राष्ट्रीय स्तर पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य और केंद्र की एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं ताकि किसी भी उकसावे को समय रहते रोका जा सके और देश की शांति व एकता कायम रहे।