गोरखपुर, उत्तर प्रदेश – गोरखपुर से लखनऊ की ओर सफर करने वाले यात्रियों के लिए अक्टूबर के पहले सप्ताह में परेशानी बढ़ने वाली है। पूर्वोत्तर रेलवे ने जानकारी दी है कि लखनऊ मंडल के गोंडा-बुढ़वल रेल खंड पर तीसरी लाइन बिछाने और घाघरा नदी पर 1037 मीटर लंबे नए पुल के कमीशनिंग का कार्य 5 से 8 अक्तूबर तक किया जाएगा। इस दौरान गोरखपुर से चलने वाली और गोरखपुर होकर गुजरने वाली कई ट्रेनों के संचालन में बदलाव किया गया है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों को सलाह दी है कि यात्रा से पहले अपने ट्रेन की स्थिति और मार्ग की जानकारी अवश्य ले लें। निर्माण कार्य की वजह से दो सवारी गाड़ियां पूरी तरह रद्द कर दी गई हैं। इनमें 8 अक्तूबर को चलने वाली 55094 गोंडा-गोरखपुर सवारी गाड़ी और 9 अक्तूबर को निर्धारित 55073 गोरखपुर-बढ़नी सवारी गाड़ी शामिल हैं।
डायवर्ट और री-शिड्यूल की गई ट्रेनें
रेलवे प्रशासन ने बताया कि कुछ प्रमुख ट्रेनों का रूट अस्थायी तौर पर बदला गया है। 5 से 7 अक्तूबर तक गोरखपुर होकर चलने वाली चार ट्रेनों को बाराबंकी-गोंडा-मनकापुर की जगह बाराबंकी-अयोध्या कैंट-मनकापुर मार्ग से गुजारा जाएगा। इन ट्रेनों में 5 अक्तूबर की 12512 तिरुवनंतपुरम उत्तर-गोरखपुर एक्सप्रेस और 15046 ओखा-गोरखपुर एक्सप्रेस, 7 अक्तूबर की 15065 गोरखपुर-पनवेल एक्सप्रेस और 12597 गोरखपुर-सीएसएमटी एक्सप्रेस शामिल हैं। इसके अलावा, कुछ ट्रेनों का प्रस्थान समय भी बदला गया है। 6 अक्तूबर को 15066 पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस पनवेल से 150 मिनट देरी से रवाना होगी, वहीं 7 अक्तूबर को 15032 लखनऊ जं.-गोरखपुर एक्सप्रेस लखनऊ जंक्शन से 75 मिनट की देरी से चलेगी।
यात्रियों से अपील और भविष्य की सुविधा
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ट्रेनों की गति बढ़ेगी और यात्रा समय में कमी आएगी, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी। हालांकि कार्य की अवधि में यात्रियों को असुविधा झेलनी पड़ सकती है। ऐसे में रेलवे ने लोगों से अपील की है कि वे सफर से पहले अपनी ट्रेन का अपडेटेड समय और मार्ग अवश्य जांच लें। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह अस्थायी परेशानी भविष्य में सुविधा में बदल जाएगी क्योंकि नई तीसरी लाइन और पुल के शुरू होने से रेल यातायात और सुगम होगा। इस कदम से गोरखपुर और लखनऊ के बीच यात्रा और भी सुरक्षित और तेज हो सकेगी।