गोरखनाथ मंदिर में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि के अवसर पर होने वाले सात दिवसीय आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर पहुंचकर सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। यह आयोजन 5 सितंबर से 11 सितंबर तक चलेगा। पहले दिन उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान होंगे।
उद्घाटन व समापन कार्यक्रम की विशेषताएं
5 सितंबर को उद्घाटन सत्र में CDS अनिल चौहान “ऑपरेशन सिंदूर: समर्थ भारत का प्रतीक“ विषय पर अपने विचार रखेंगे। आयोजन के समापन पर 10 और 11 सितंबर को श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन होगा। कार्यक्रम के लिए साधु-संतों, विद्वानों और धार्मिक गुरुओं को आमंत्रित किया गया है। इनमें महंत राघवाचार्य, स्वामी विश्वेश, शेरनाथ व बालक नाथ, डॉ. राम विलास वेदांती, स्वामी वासुदेवाचार्य, महंत नरहरिदास, डॉ. रामकमल दास, ब्रह्मचारी दासलाल, महंत अवधेश दास, महंत धर्मदास, सुरेशदास और महंत नारायण गिरि जैसे प्रमुख संत शामिल हैं।
श्रीमद्भागवत कथा और सांस्कृतिक कार्यक्रम
आयोजन के तहत चार सितंबर से श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान-यज्ञ की शुरुआत होगी। अयोध्या के स्वामी राम दिनेशाचार्य प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक संगीतमयी कथा सुनाएंगे। कथा का सीधा प्रसारण सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग इस धार्मिक आयोजन का हिस्सा बन सकें। इस सात दिवसीय कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विषयों पर संगोष्ठियों का आयोजन भी किया जाएगा।
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी गोरखपुर और पूरे पूर्वांचल में नई ऊर्जा का संचार करेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगरानी में की जा रही तैयारियों से यह आयोजन भव्य और सुव्यवस्थित होने की उम्मीद है।