घरेलू कलह ने ली भयावह रूप, बेटे के सामने हुआ खून से लथपथ मंजर
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में शनिवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई, जिसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। नवाबगंज थाना क्षेत्र के कोल्हमपुर बाजार में रहने वाले गुनीराम गुप्ता (40) ने अपनी पत्नी आरती देवी (36) की निर्मम हत्या कर दी। यह घटना तब हुई जब उनका 5 वर्षीय बेटा कान्हा वहीं मौजूद था। बच्चे की आंखों के सामने उसके पिता ने हथौड़े से वार किया और फिर चाकू से गला रेतकर आरती की जान ले ली। वारदात के बाद आरोपी पति घर में ताला लगाकर बेटे को ससुराल छोड़ आया और फरार हो गया। इस घटना की सूचना तब फैली जब मासूम कान्हा ने अपने मामा को बताया कि “पापा ने मम्मी को मार डाला।” मामा विनय कुमार यह सुनते ही सन्न रह गए और दौड़ते हुए अपनी बहन के घर पहुंचे। घर का दरवाजा बंद था, जिसे पड़ोसियों की मदद से तोड़ा गया। अंदर का दृश्य रोंगटे खड़े कर देने वाला था – फर्श पर आरती की लाश पड़ी थी, सिर और गले पर गहरे घाव के निशान थे और दीवारों तक खून के छींटे फैले हुए थे। पुलिस को सूचना दी गई, जिसने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
लव मैरिज से शुरू हुआ रिश्ता, 8 साल बाद टूटा खून में नहाकर
पुलिस जांच में सामने आया कि गुनीराम और आरती ने करीब आठ साल पहले परिवार की मर्जी के खिलाफ लव मैरिज की थी। शादी के बाद दोनों नवाबगंज में किराए के मकान में रहने लगे थे और गुनीराम कोल्हमपुर बाजार में फल का ठेला लगाकर जीविका चलाता था। दोनों का पांच साल का बेटा कान्हा है, जो मां-बाप के झगड़ों का रोज़ाना गवाह बनता जा रहा था। पड़ोसियों के अनुसार, उनके बीच झगड़ा आम बात थी – चीखने-चिल्लाने की आवाजें अक्सर सुनी जाती थीं। शनिवार की सुबह भी ऐसा ही हुआ, पर किसी ने नहीं सोचा था कि यह झगड़ा हत्या में बदल जाएगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार, गुनीराम और आरती के बीच घरेलू विवाद पिछले कई महीनों से बढ़ता जा रहा था। अक्सर आर्थिक तंगी और पारिवारिक मतभेद झगड़े की जड़ बनते थे। घटना के दिन भी दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हुई, जिसके बाद गुनीराम ने अपना आपा खो दिया और आरती पर हमला कर दिया। पड़ोसियों ने बताया कि आधे घंटे तक घर से शोर सुनाई देता रहा, पर जब सब शांत हो गया तो किसी को अंदाजा नहीं था कि भीतर एक जान चली गई है। जब विनय ने ताला तोड़ा, तब सबको सच्चाई का पता चला।
पुलिस ने बनाई टीमें, आरोपी की तलाश जारी, मासूम का बयान बना मुख्य सुराग
घटना की जानकारी मिलते ही एएसपी पश्चिम राधेश्याम राय, सीओ तरबगंज यू.पी. सिंह और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने फर्श पर पड़े खून, हथियारों और घटनास्थल की जांच की। घटनास्थल से एक खून से सना चाकू बरामद किया गया जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। आरती का शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। एएसपी राय ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि हत्या घरेलू विवाद के कारण की गई है। आरोपी पति गुनीराम की तलाश के लिए पुलिस की पांच टीमें गठित की गई हैं और साइबर सेल को भी जांच में लगाया गया है ताकि मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स के आधार पर आरोपी का सुराग मिल सके। मृतका के भाई विनय कुमार की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना के बाद आरोपी अपने साले के घर बेटे को छोड़कर गया था, जिससे साफ है कि हत्या के बाद उसने फरार होने की पूरी योजना बना ली थी। कान्हा ने पुलिस को अपने बयान में कहा, “पापा ने मम्मी को हथौड़े से मारा और फिर चाकू से गला काट दिया।” इस मासूम की गवाही ही अब जांच की सबसे बड़ी कड़ी बन गई है। फिलहाल पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुटी है। यह वारदात न सिर्फ एक पारिवारिक त्रासदी की कहानी कहती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि घरेलू हिंसा कैसे धीरे-धीरे एक परिवार को निगल जाती है। समाज में बढ़ते ऐसे अपराधों ने फिर से सवाल खड़ा किया है – आखिर घर के भीतर की नफरत कब तक मासूम जिंदगियों की कीमत वसूलती रहेगी?




