घटना का विवरण और बंधक बनाने का मामला
गोरखपुर में बीजेपी जिला उपाध्यक्ष बृजेश मणि मिश्रा के साथ आकाशवाणी परिसर में मारपीट और बंधक बनाने का मामला सामने आया है। मंगलवार को मीडिया इंटरव्यू के लिए पहुंचे मिश्रा को सिक्योरिटी इंचार्ज देव भूषण सिंह ने बंधक बनाकर करीब 40 मिनट तक रखा। इस दौरान उन्हें चार से पांच थप्पड़ मारे गए और गाली-गलौज की गई। जब मिश्रा ने वीडियो रिकॉर्डिंग करने का प्रयास किया तो सिक्योरिटी इंचार्ज ने लोहे की रॉड लेकर उन पर हमला करने की कोशिश की। आसपास लोगों की आवाज सुनकर मिश्रा को छोड़ा गया और घटना की सूचना पर बीजेपी कार्यकर्ता और पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची।
बीजेपी नेता का बयान और हमले की परिस्थितियाँ
बृजेश मणि मिश्रा ने बताया कि मंगलवार को नगर निगम के पास स्थित एक मीडिया संस्थान ने उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया। आकाशवाणी परिसर पहुंचकर उन्होंने गेट पर बैठे गार्ड से अनुमति मांगी और रिकॉर्डिंग के लिए रजिस्टर में एंट्री करने की पेशकश भी की। इसके बावजूद सिक्योरिटी इंचार्ज ने रिकॉर्डिंग पर आपत्ति जताई और उन्हें धक्का देकर चार से पांच थप्पड़ मारे। जब साथी ने डंडा देने से इनकार किया तो देव भूषण सिंह ने लोहे की रॉड लेकर मिश्रा का पीछा किया। इस दौरान मिश्रा को पूरे शरीर पर चोटें आईं और उन्हें उल्टी की समस्या भी हुई। मिश्रा ने आरोप लगाया कि गार्ड मानसिक रूप से असंतुलित और खतरनाक थे।
पुलिस कार्रवाई और बीजेपी कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया
घटना के बाद परिसर के बाहर बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता जुट गए और सुरक्षा इंचार्ज के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस, CO ओंकार दत्त तिवारी के नेतृत्व में, मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को थाने ले गई। बृजेश मणि मिश्रा को प्राथमिक इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने मामले में सिक्योरिटी इंचार्ज देव भूषण सिंह समेत चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कार्यकर्ताओं ने सार्वजनिक संस्थान में जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसे व्यवहार को अस्वीकार्य बताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की।