बदायूं जिले के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में बुधवार को कुंवरगांव स्थित बीआरबी स्कूल के पीछे एक खेत में ताजा कटा हुआ गोवंश का सिर मिलने के बाद हिंदूवादी संगठनों में गुस्सा फूट पड़ा। हिंदू जागरण मंच, शिव तांडव सनातन कल्याण संस्थान, राष्ट्रीय बजरंग दल और पीएफए के लगभग 100 कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। उन्होंने कटे सिर को अपने सिर पर रखकर पूरे क्षेत्र में पैदल मार्च किया और बाद में इसे बरेली हाइवे पर लेकर धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस-प्रशासन की लापरवाही पर नारेबाजी की और क्षेत्र में गोवध की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।
हाइवे जाम और पुलिस-प्रशासन के बीच तनाव
प्रदर्शनकारियों ने शाम 5 बजे नवादा तिराहे पर कटे सिर को रखकर हाइवे जाम कर दिया। पुलिस के आधे घंटे बाद पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया और पुलिस से झड़प भी हुई। गौसेवक प्रशांत शर्मा ने कटे सिर को अपने सिर पर लादकर पूरे क्षेत्र में घूम-घूमकर प्रदर्शन किया। अतिरिक्त सुरक्षा के लिए पास के चार थानों और एक कंपनी पीएसी को तैनात किया गया। प्रदर्शन लगभग डेढ़ घंटे तक चला, जिसके बाद पुलिस ने आश्वासन देने के बाद कार्यकर्ताओं को शांत किया और शाम 6:30 बजे ट्रैफिक को सामान्य किया।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारियां
प्रदर्शन के बाद हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने गोवंश अवशेषों को बरेली हाइवे के किनारे बारा पत्थर आरबोरेटम में विधि-विधान के साथ दफनाया। रात 1:30 बजे पुलिस ने मुठभेड़ में तीन गोवध के आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान कुंवरगांव थाना क्षेत्र के दुगरैया गांव निवासी असलम, मुजाहिद और शाहरुख के रूप में हुई, जिनमें से दो के पैर में गोली लगी और उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हिंदूवादी नेताओं ने बताया कि क्षेत्र में 4 और 18 अक्टूबर को भी गोवंश अवशेष मिले थे, पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। यह घटना बदायूं जिले में गोवंश संरक्षण और प्रशासनिक जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े करती है।




