ध्वजारोहण समारोह पर दिवाली जैसा माहौल
अयोध्या में इस साल विवाह पंचमी के अवसर पर ध्वजारोहण समारोह के दौरान दिवाली उत्सव जैसा माहौल तैयार किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे स्वर्णमंडित शिखर पर केसरिया रंग की धर्मध्वजा फहराएंगे। इस ध्वजा पर सूर्यवंश के प्रतीक सूर्य, अयोध्या का राजचिह्न, कोविदार वृक्ष और ओंकार अंकित रहेगा। मंदिर परिसर और इसके आसपास की सड़कों पर 2 लाख से अधिक दीपक जलाए जाएंगे, जिससे पूरा क्षेत्र दीपोत्सव की तरह जगमगाएगा। राम मंदिर के 70 एकड़ परिसर को 500 क्विंटल देसी और विदेशी फूलों से सजाया जाएगा।
मंदिर की तैयारी और पूजन-अर्चन कार्यक्रम
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की धार्मिक समिति के अध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि ने बताया कि 21 नवंबर से मंदिर में विविध धार्मिक अनुष्ठान शुरू होंगे। पांच दिनों तक पंचायतन पद्धति के अनुसार पूजन-अर्चन और हवन का क्रम चलेगा। ये अनुष्ठान मुख्य मंदिर के साथ भगवान शंकर, भगवान गणेश, भगवान सूर्य, मां दुर्गा, मां अन्नपूर्णा, हनुमानजी और शेषावतार लक्ष्मण जी के मंदिरों में भी संपन्न होंगे। इस 5 दिवसीय कार्यक्रम की पूर्णाहुति राम-सीता विवाह पंचमी के दिन होगी, जिसे मंदिर के पूर्ण होने का प्रतीक माना जा रहा है।
धर्मध्वज और परिसर सजावट का स्वरूप
ट्रस्ट ने धर्मध्वज के आकार और डिजाइन को अंतिम रूप दे दिया है। ध्वजा का रंग केसरिया होगा, जो त्याग, वीरता और धर्म का प्रतीक माना जाता है। इसकी लंबाई 22 फीट और चौड़ाई 11 फीट तय की गई है। मुख्य मंदिर के अलावा सभी सात पूरक मंदिरों के शिखरों पर भी ध्वज फहराए जाएंगे। राम मंदिर के प्रथम तल में बारीक नक्काशी और डीम लाइटिंग की गई है। 24 और 25 नवंबर को पूरे अयोध्या नगरी को रंग-बिरंगी लाइटों और फूलों से सजाकर दीपावली जैसा माहौल तैयार किया जाएगा, जिससे यह समारोह भक्तों के लिए अविस्मरणीय अनुभव बनेगा।