समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कानपुर के अखिलेश दुबे को सरकार ने डर के कारण जिंदा रखा है ताकि सच्चाई बाहर न आ सके। सपा अध्यक्ष ने दावा किया कि अगर पूरा सच सामने आ गया तो सरकार की कार्यशैली और भ्रष्टाचार की पोल खुल जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जनता को भ्रमित करने के लिए नए-नए मुद्दे गढ़ रही है लेकिन कानून व्यवस्था की वास्तविक स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश ने संघ (RSS) पर भी निशाना साधा और चुटकी लेते हुए ChatGPT का जिक्र किया। उन्होंने हंसते हुए कहा, “मैंने ChatGPT से पूछा कि क्या संघ बैन होना चाहिए?” इसके बाद उन्होंने मोबाइल पर पढ़कर बताया कि संघ तीन बार पहले भी बैन हो चुका है और इसे खुद सरदार पटेल की सरकार ने प्रतिबंधित किया था। उन्होंने कहा कि यह मैं नहीं कह रहा, यह ChatGPT कह रहा है। इस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि अब शायद ChatGPT को भी बैन कर दिया जाएगा क्योंकि उसने सच्चाई बोल दी। अखिलेश ने आगे कहा कि RSS आज भी सांप्रदायिकता फैलाने का काम कर रहा है और भाजपा उसी विचारधारा के सहारे राजनीति कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि “हमारे मुख्यमंत्री जी आजकल बच्चों से खेलने में व्यस्त हैं। कभी बच्चे को गोद में उठाते हैं, कभी फोटो खिंचवाते हैं, लेकिन जनता के असली मुद्दों पर कोई बात नहीं होती।”
मेरठ ध्वस्तीकरण पर सपा प्रमुख का हमला – ‘जिन्होंने BJP को वोट दिया, उन्हें रिटर्न गिफ्ट मिल गया’
मेरठ के सेंट्रल मार्केट में हाल ही में हुई ध्वस्तीकरण कार्रवाई को लेकर अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि सपा सरकार के समय भी इस भवन को लेकर अदालत का फैसला आया था, लेकिन तब किसी की दुकान नहीं टूटने दी गई क्योंकि समाजवादी पार्टी हमेशा जनता के साथ खड़ी रही। अखिलेश ने कहा, “जिन्होंने बीजेपी को वोट दिया, उन्हें अब रिटर्न गिफ्ट मिल रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार संवेदनहीन हो चुकी है और जनता की रोजीरोटी से खिलवाड़ कर रही है। सपा प्रमुख ने कहा कि व्यापारियों का नुकसान सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि सामाजिक भी है क्योंकि उन्होंने अपनी जिंदगी की बचत इन दुकानों में लगाई थी। उन्होंने कहा कि आज जो लोग बेरोजगार हो गए हैं, उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं। भाजपा सरकार अदालत के आदेश की आड़ लेकर जनता के साथ अन्याय कर रही है। अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार में जब भी कोई विवादित फैसला आया, तो हमने वैकल्पिक व्यवस्था बनाकर लोगों को राहत दी, लेकिन भाजपा की सरकार बुलडोजर चलाकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा का पूरा शासन तानाशाही सोच पर आधारित है, जहां जनता की आवाज को कुचल दिया जाता है।
गन्ना, स्वास्थ्य और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरा – ‘यूपी में बेटियां सबसे असुरक्षित’
अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में गन्ना किसानों, स्वास्थ्य सेवाओं और बढ़ते भ्रष्टाचार पर भी सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि गन्ने की कीमतें बढ़ाई गईं, लेकिन यह वृद्धि नाममात्र की है। किसानों को अभी भी अपनी फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा कि सरकार ने मंडियों को निजी हाथों में बेचने की साजिश रची है, जिससे किसान का सीधा नुकसान होगा और कारोबारी फायदा उठाएंगे। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के नेता मंडियों की कीमती जमीनों पर कब्जा करने की तैयारी में हैं। स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में इलाज कराना जोखिम भरा हो गया है। व्यंग्य करते हुए बोले, “भाजपा सरकार में इलाज कराने गए तो ओटी में पहुंचा देंगे, और जब होश आएगा तो पता चलेगा कि गलत हाथ में प्लास्टर बांध दिया गया।” उन्होंने कहा कि सपा सरकार के दौरान मेदांता, KGMU और लोहिया जैसे अस्पतालों में फ्री इलाज की सुविधा दी गई थी, लेकिन अब आम जनता के लिए स्वास्थ्य सेवाएं महंगी और भ्रष्टाचार से ग्रस्त हो चुकी हैं। अखिलेश ने आगे कहा कि यूपी में बेटियां सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं, आए दिन हो रहे अपराध इस बात का सबूत हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में एक पुलिस अधिकारी पकड़ा गया, जो रिश्वत में पैसे अखबारों के बीच छिपा रहा था। उन्होंने दावा किया कि कानपुर से लेकर गोरखपुर तक सरकार और अफसरशाही भ्रष्टाचार में लिप्त है। अखिलेश ने कटाक्ष करते हुए कहा कि गोरखपुर को स्पेन जैसा शहर बनाने का वादा किया गया था, लेकिन आज वहां गांजे की खेप पकड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार न तो सुरक्षा दे पा रही है, न रोजगार, सिर्फ प्रचार और दिखावे की राजनीति कर रही है। अंत में उन्होंने कहा कि जनता अब इस छलावे को समझ चुकी है और आने वाले समय में सपा की नीतियों पर भरोसा जताकर बदलाव लाएगी।




