नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से राजधानी में सब्जियों के बढ़े दाम आम लोगों की जेब पर बोझ बने हुए थे, लेकिन अब जल्द ही राहत मिलने की संभावना है। कारोबारी विजय ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों में हरी सब्जियों की आवक स्थानीय एरिया से शुरू होगी, जिससे गोभी, गाजर, कच्चा केला और अन्य हरी सब्जियों के दाम कम हो सकते हैं। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से दिल्ली की मंडियों में विभिन्न सब्जियों की आपूर्ति होती है।
बारिश और आपूर्ति में व्यवधान से हुई कीमतों में वृद्धि
हालांकि, इस साल हुई बारिश ने कई क्षेत्रों में फसलों को नुकसान पहुँचाया, जिससे कुछ सब्जियों की आपूर्ति प्रभावित हुई। आजादपुर सब्जी मंडी के एक व्यापारी ने बताया कि महाराष्ट्र से गोभी की आपूर्ति ठप होने से इसकी कीमतों में वृद्धि हुई है। फिलहाल गोभी केवल गुजरात से आ रही है, जिसके कारण रिटेल में गोभी का मूल्य 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुँच गया है। इसी तरह, शिमला मिर्च और अन्य सब्जियों की कीमतें भी ऊँची बनी हुई हैं।
दिवाली के अवसर पर फलों की कीमतों में उछाल
दूसरी ओर, फल मंडियों में दिवाली की बढ़ती मांग से सेब और अनार महंगे हो सकते हैं। आजादपुर फल मंडी के कारोबारी सोनिक सदाना ने बताया कि दिवाली पर गिफ्टिंग के लिए इन फलों की मांग अधिक रहती है। वर्तमान में सेब की थोक कीमत 30 रुपये से 140 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच है, जबकि अनार की कीमत 70 रुपये से 150 रुपये तक पहुँच रही है। अनुमान है कि आने वाले कुछ दिनों में इन फलों के दामों में और वृद्धि हो सकती है।
इस दिवाली, आम लोग हरी सब्जियों की बढ़ती उपलब्धता से राहत महसूस करेंगे, जबकि फल महंगे होने के कारण त्योहार के खर्च में थोड़ा बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार में नियमित आपूर्ति और मौसम की स्थिति के आधार पर दामों में स्थिरता आने की उम्मीद है।