गया जिले के वजीरगंज में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए बिहार की जनता से NDA के पक्ष में मतदान की अपील की। उन्होंने कहा कि यह चुनाव बिहार की अस्मिता, विकास और सुरक्षा का चुनाव है। सभा की शुरुआत में ही योगी ने मंच से लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पहले चरण में पशुओं का चारा खाया, वे दूसरे चरण में गरीबों का राशन भी हजम कर जाएंगे। उन्होंने जनता को आगाह किया कि अगर उन्हें मौका मिला तो बिहार फिर से जंगलराज में लौट जाएगा। उन्होंने कहा, “RJD चाहे कितनी भी बड़ी घोषणाएं करे, उन पर कभी विश्वास मत करना, क्योंकि जिन्होंने पहले बिहार को अंधकार में झोंका, वे अब विकास की बात कर रहे हैं।” सभा में उन्होंने कहा कि “जो राम का नहीं, वो किसी काम का नहीं, जो राम द्रोही है, वह देश द्रोही है।” योगी ने कहा कि बिहार को राम के आदर्शों पर चलना होगा और NDA की सरकार ही इसे सुरक्षा, रोजगार और सम्मान की दिशा में आगे ले जा सकती है। उनके इस वक्तव्य पर सभा में मौजूद हजारों की भीड़ “जय श्रीराम” के नारों से गूंज उठी। योगी ने कहा कि जब सत्ता में ऐसे लोग आते हैं जो भगवान राम और भारत के आदर्शों को नहीं मानते, तब न केवल शासन कमजोर होता है बल्कि समाज भी बिखर जाता है।
‘बिहार में भी चलेगा बुलडोजर’, माफिया पर कार्रवाई का ऐलान
अपने संबोधन के दौरान योगी आदित्यनाथ ने मंच से खड़े सात बुलडोजर की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह बुलडोजर अब बिहार में भी चलने वाले हैं। उन्होंने कहा कि यूपी में जब समाजवादी पार्टी के संरक्षण में माफिया राज फैला था, तब उनकी सरकार ने बुलडोजर चलाकर गरीबों की जमीन वापस कराई। उन्होंने बताया कि सपा के शासनकाल में एक माफिया ने चार किले जैसे बंगले बना लिए थे, लेकिन जब जनता ने भाजपा को सत्ता सौंपी, तो वही बंगले गिराकर गरीबों के घर बना दिए गए। उन्होंने बिहार की जनता से कहा कि अगर आप NDA की सरकार बनाएंगे, तो बिहार में भी भ्रष्टाचारियों और अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर चलाया जाएगा। योगी ने कहा कि जातीय सेना खड़ी कर के RJD ने बिहार की पहचान को खतरे में डाल दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि RJD और कांग्रेस की सरकारों ने किसानों को लूटा, विकास का पैसा परिवार के विकास में लगा दिया, और पूरे राज्य को नक्सलवाद, माफिया और भ्रष्टाचार के हवाले कर दिया। “जिस बिहार ने देश को प्रतिभा दी, उन्हीं लोगों ने उस बिहार को पहचान के संकट में डाल दिया,” योगी ने कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि RJD के शासन में किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया, बहन-बेटियों की इज्जत लूटी गई और व्यापारी पलायन करने लगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार को अब ऐसे शासन से मुक्ति चाहिए और इसका एकमात्र इलाज NDA की मजबूत सरकार है।
विकास, आस्था और सुशासन की राजनीति पर योगी का फोकस
योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और सपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इन दलों ने हमेशा भारत की आस्था और परंपरा पर चोट की है। उन्होंने कहा कि “इन लोगों को परेशानी होती है कि शहरों के नाम क्यों बदलते हैं, लेकिन हम नाम इसलिए बदलते हैं ताकि उसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान वापस मिले।” उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि “हमने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया, क्योंकि भगवान राम का जन्म वहीं हुआ था। प्रयागराज को हमने उसका पुराना गौरव लौटाया, क्योंकि गंगा-यमुना और सरस्वती का संगम वहीं होता है।” योगी ने व्यंग्य करते हुए कहा कि कांग्रेस को डर होगा कि कहीं बिहार में भी कोई नेता वजीरगंज का नाम बदलकर किसी ऐतिहासिक नाम से न जोड़ दे। उन्होंने लालू यादव के शासन की याद दिलाते हुए कहा कि उनके राज में सात से ज्यादा नरसंहार हुए और तीस हजार से अधिक अपहरण दर्ज किए गए। डॉक्टर, इंजीनियर और व्यापारी खुद को असुरक्षित महसूस करते थे। उन्होंने कहा कि “मोदी जी ने पिछले 11 सालों में भारत का कायाकल्प कर दिया है, आज बिहार और उत्तर प्रदेश की पहचान विकास और सुशासन से होती है।” योगी ने कहा कि NDA सरकार ने बिहार में गरीबों के लिए योजनाएं चलाईं, किसानों के लिए नई पहल की और युवाओं को रोजगार के अवसर दिए। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि इस बार भी बिहार NDA के साथ खड़ा होकर देश में स्थिर और मजबूत सरकार देने में योगदान दे। सभा के अंत में उन्होंने कहा कि बिहार की जनता समझदार है और उसे अब पता चल चुका है कि वोट जाति के नाम पर नहीं, बल्कि विकास और सुरक्षा के नाम पर देना है। योगी आदित्यनाथ की इस सभा में भारी भीड़ उमड़ी और “जय श्रीराम”, “भारत माता की जय” के नारों से पूरा मैदान गूंज उठा, जो यह संकेत दे गया कि NDA की चुनावी हवा बिहार के मैदानों में बुलडोजर की तरह चल पड़ी है।




