बिहार विधानसभा चुनाव के माहौल में सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एनडीए उम्मीदवारों के समर्थन में दरभंगा, मुजफ्फरपुर और सारण जिलों में लगातार जनसभाएं कीं। दरभंगा के केवटी में आयोजित सभा में उन्होंने विपक्षी गठबंधन INDIA (इंडी) पर तीखा व्यंग्य करते हुए कहा कि महात्मा गांधी के तीन बंदर हमें सिखाते थे-बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो और बुरा मत बोलो-लेकिन अब देश में ‘तीन नए बंदर’ आ गए हैं: ‘पप्पू, टप्पू और अप्पू’। योगी ने कहा कि ‘पप्पू’ न सच बोल सकता है, ‘टप्पू’ सच्चाई देख नहीं सकता और ‘अप्पू’ सच्ची बातें सुन नहीं सकता। ये लोग एनडीए सरकार के विकास कार्यों को न देख पाते हैं, न स्वीकारते हैं और न बोल पाते हैं, इसलिए भ्रम फैलाने और झूठी सूचनाएं देने में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार के प्रयासों से देश आगे बढ़ रहा है, लेकिन विपक्ष सिर्फ अफवाहों का सहारा लेकर जनता को गुमराह कर रहा है। योगी ने महागठबंधन पर आरोप लगाया कि इनकी राजनीति जातिवाद, भ्रष्टाचार और परिवारवाद की नींव पर टिकी है। उन्होंने जनता से अपील की कि बिहार को फिर से पीछे ले जाने वाले इन लोगों को पहचानें और एनडीए की डबल इंजन सरकार को दोबारा मौका दें ताकि विकास की रफ्तार बनी रहे। योगी ने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश दोनों का भाग्य तब ही बदलेगा जब जनता विकास, सुरक्षा और धर्मनिष्ठ राजनीति का साथ देगी।
राम और जानकी के नाम पर भावनात्मक अपील: ‘रामद्रोही गठजोड़ को पहचानिए’
योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में विपक्षी दलों पर सीधा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस, आरजेडी और समाजवादी पार्टी एक ऐसा गठजोड़ हैं जो रामद्रोही और हिंदू विरोधी है। उन्होंने कहा कि इन पार्टियों ने राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए, राम भक्तों पर गोलियां चलवाईं और अयोध्या की पावन धरती को रक्त से रंग दिया। योगी ने कहा कि कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया था कि भगवान राम कभी हुए ही नहीं। सपा ने रामभक्तों पर गोलियां चलवाईं, जबकि आरजेडी ने रामरथ यात्रा को रोकने का काम किया। उन्होंने कहा कि जो राम और जानकी के विरोधी हैं, वे देश और धर्म दोनों के शत्रु हैं। योगी ने मिथिला की धरती से कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का भव्य निर्माण पूरा हो चुका है, अब मिथिला में मां जानकी का मंदिर बनेगा। उन्होंने याद दिलाया कि जब वे पिछले चुनाव में यहां आए थे, तब उन्होंने वादा किया था कि अयोध्या में रामलला विराजमान होंगे, और आज वह सपना पूरा हुआ है। इसी तरह मिथिला की धरती पर जानकी मंदिर का भव्य निर्माण होगा, जिससे आस्था और सम्मान का माहौल सशक्त होगा। योगी ने कहा कि जो सरकार आस्था का आदर करती है, वही जनता के हित में विकास कर सकती है। उन्होंने दावा किया कि डबल इंजन सरकार के आने से बिहार और यूपी दोनों राज्यों में कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे का अभूतपूर्व विकास हुआ है। पहले जहां अयोध्या से दरभंगा पहुंचने में 16 घंटे लगते थे, वहीं अब लखनऊ से सिर्फ 45 मिनट में लोग यात्रा कर सकते हैं। राम-जानकी मार्ग का निर्माण शुरू हो चुका है, जो दोनों धार्मिक स्थलों को जोड़ने के साथ पर्यटन को भी बढ़ावा देगा। मोदी सरकार ने मखाना बोर्ड बनाकर मिथिला की परंपरा को नई पहचान दी है, जबकि कारीगरों को उनके उत्पादों का सम्मानजनक मूल्य मिल रहा है।
विकास बनाम विरासत की लड़ाई: योगी बोले- बिहार को खानदानी लुटेरों से बचाना होगा
योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि बिहार को अब उस दौर में नहीं लौटने देना चाहिए, जब अपराध, अपहरण और घोटालों का बोलबाला था। उन्होंने याद दिलाया कि 1990 से 2005 के बीच बिहार में शाम छह बजे के बाद सन्नाटा पसर जाता था, अपहरण उद्योग बन चुका था, और पटना हाईकोर्ट ने टिप्पणी की थी कि “बिहार में सरकार नहीं, गुंडे शासन कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि आरजेडी के शासन में 70 से अधिक नरसंहार हुए, जातीय हिंसा फैली और विकास ठप हो गया। गरीबों को उनका हक नहीं मिला, बल्कि राशन घोटाला और चारा घोटाले जैसे कांड बिहार की पहचान बन गए। योगी ने कहा कि जो लोग अब बिहार को ‘महाठगी गठबंधन’ के नाम पर धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं, वे वही हैं जिन्होंने राज्य को पिछड़ेपन में धकेला था। उन्होंने कहा कि आरजेडी, कांग्रेस और इनके सहयोगी बिहार के विकास के ग्रहण हैं, जिन्हें किसी भी कीमत पर सत्ता में नहीं आने देना चाहिए। योगी ने व्यंग्य करते हुए कहा कि ये “खानदानी लुटेरे” हैं, जिन्होंने माफिया और भ्रष्टाचार को जन्म दिया, जबकि एनडीए सरकार ने माफिया राज को समाप्त कर कानून का राज स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि यूपी में बुलडोजर चलने से अपराधियों की नींद उड़ी हुई है, और यही नीति बिहार में भी लागू होनी चाहिए ताकि विकास की राह में कोई बाधा न आए। उन्होंने जनता से अपील की कि वे एकजुट रहकर उन ताकतों को रोकें जो जाति, धर्म और परिवारवाद के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश करती हैं। योगी ने कहा कि बिहार की जनता समझ चुकी है कि विकास केवल डबल इंजन सरकार के जरिये ही संभव है। उन्होंने अपने भाषण का समापन ‘जय श्री राम’ के नारों के साथ किया, जिसके बीच समर्थक लगातार तालियां बजाते रहे और सभा ‘जय श्री राम’ की गूंज से भर उठी।




