बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान में गुरुवार को राजद नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे तेजस्वी यादव दरभंगा पहुंचे। खराब मौसम के कारण वे मधेपुरा जिले के बिहारीगंज और आलमनगर में आयोजित सभाओं में नहीं जा सके, लेकिन निर्धारित कार्यक्रम से पहले वे दरभंगा के गौराबौराम पहुंचे, जहां उन्होंने वीआईपी पार्टी के उम्मीदवार संतोष सहनी के पक्ष में सभा को संबोधित किया। तेजस्वी यादव के आगमन पर क्षेत्र के लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। सभा स्थल पर भारी भीड़ उमड़ी और समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए तेजस्वी का स्वागत किया। तेजस्वी ने अपने संबोधन में कहा कि यह चुनाव सिर्फ विधायक बनाने का नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य की लड़ाई है। उन्होंने कहा, “हमने हमेशा जनता को मान-सम्मान दिया है और सबको आगे बढ़ाने का काम किया है। यह समय एकजुट रहने का है ताकि भाजपा को हराकर बिहार में परिवर्तन की नींव रखी जा सके।” तेजस्वी ने कहा कि आज देश की नजर बिहार पर टिकी है और अगर बिहार में महागठबंधन की जीत होती है तो यह उत्तर प्रदेश और बंगाल में भी राजनीतिक दिशा तय करेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की जनता यदि बदलाव का संदेश देती है, तो ‘मोदी जी का आगे का रास्ता साफ हो जाएगा’।
महागठबंधन में एकजुटता पर जोर
तेजस्वी यादव ने मंच से अपने गठबंधन सहयोगियों का आभार जताते हुए कहा कि महागठबंधन के सभी दल आपसी त्याग और सहयोग की भावना से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “कहीं कांग्रेस कुर्बानी दे रही है, कहीं वीआईपी और माले दे रहे हैं, और कहीं आरजेडी। हम सब एक परिवार हैं और भाइयों की तरह एक-दूसरे का ख्याल रखते हैं।” उन्होंने जनता से अपील की कि वे एकजुट रहकर भाजपा को सत्ता से बाहर करने का संकल्प लें, ताकि राज्य में नई उम्मीदों की सरकार बनाई जा सके। तेजस्वी ने कहा कि जब महागठबंधन की सरकार बनेगी, तब हर घर में रोजगार का अवसर पैदा किया जाएगा और शिक्षा, स्वास्थ्य, और किसानों के हित में ठोस कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने अपने भाषण में बेरोजगारी, महंगाई और पलायन जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया और कहा कि बिहार को ऐसे नेतृत्व की जरूरत है जो युवाओं को अवसर दे सके और राज्य की संसाधनों का सही उपयोग कर सके। तेजस्वी ने कहा कि उनकी राजनीति सत्ता के लिए नहीं, बल्कि सेवा और सामाजिक न्याय के लिए है।
गौराबौराम में उम्मीदवार को लेकर स्थिति हुई साफ
दरभंगा के गौराबौराम विधानसभा क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से उम्मीदवारों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। पहले इस सीट से आरजेडी के सिंबल पर अफजल अली खान ने नामांकन किया था, जबकि वीआईपी पार्टी के संतोष सहनी भी मैदान में थे। तेजस्वी यादव की सभा के बाद अब यह पूरी तरह स्पष्ट हो गया कि महागठबंधन की ओर से संतोष सहनी ही अधिकृत उम्मीदवार हैं। तेजस्वी ने अपने संबोधन में खुलकर संतोष सहनी के पक्ष में वोट मांगा और उन्हें ‘गठबंधन का सच्चा प्रतिनिधि’ बताया। इस दौरान अफजल अली खान मंच पर मौजूद नहीं दिखे। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी नेतृत्व ने उन्हें नामांकन वापस लेने का निर्देश दिया था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इसके बावजूद तेजस्वी के रुख से यह साफ संकेत मिल गया कि महागठबंधन गौराबौराम से वीआईपी प्रत्याशी को ही समर्थन दे रहा है। इस फैसले से कार्यकर्ताओं में स्पष्टता आई है और प्रचार अभियान अब तेज गति से आगे बढ़ेगा। सभा में मौजूद लोगों ने तेजस्वी के भाषण पर जोश के साथ प्रतिक्रिया दी और महागठबंधन के पक्ष में नारे लगाए। तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता बदलाव चाहती है और इस बार बिहार की जनता विकास और सम्मान की राजनीति के लिए वोट करेगी। उन्होंने कहा, “हम किसी के खिलाफ नहीं, बल्कि बिहार के हक में लड़ रहे हैं। हमारा सपना है कि हर युवा को रोजगार मिले और हर परिवार को सुरक्षा व सम्मान का जीवन मिले।” गौराबौराम की यह सभा न केवल राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रही, बल्कि इसने महागठबंधन के अंदर तालमेल और नेतृत्व की दिशा भी स्पष्ट कर दी।




