बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार अभियान के बीच कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को बेगूसराय के बछवाड़ा में आयोजित सभा में एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध लगातार बढ़ रहा है और हालात इतने खराब हैं कि अब चुनाव प्रचार के दौरान भी हत्याएं हो रही हैं। प्रियंका ने दुलारचंद हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि “प्रचार में मर्डर हो रहे हैं, उद्योगपति मारे जा रहे हैं, महिलाएं असुरक्षित हैं। बिहार में क्राइम चरम पर है और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।” भीड़ के सामने बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह वही बिहार है, जहां पिछले 20 सालों से एनडीए की सरकार है, लेकिन जनता को अब तक उसके अधिकार नहीं मिले। उन्होंने आरोप लगाया कि “आपको बांटने की राजनीति की गई, झूठा राष्ट्रवाद दिखाया गया और असल मुद्दों को दरकिनार कर दिया गया।” प्रियंका ने कहा कि हाल ही में बिहार में मतदाता सूची से करीब 65 लाख नाम काट दिए गए, जिसे उन्होंने जनता के अधिकारों पर सीधा हमला बताया। उन्होंने कहा, “जब आपके वोट काटे जा रहे हैं, तो समझिए आपके अधिकार छीन लिए जा रहे हैं। ये लोग आपको कमजोर कर रहे हैं ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ आप तक न पहुंचे।”
“मोदी सरकार ने सबकुछ बेच दिया, 20 सालों में जनता को सिर्फ झूठे वादे मिले”
प्रियंका गांधी ने केंद्र और राज्य दोनों सरकारों पर एक साथ निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए सरकार ने जनता को महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के सिवा कुछ नहीं दिया। उन्होंने कहा कि “मोदी जी मंच पर आकर कहते हैं कि दो करोड़ नौकरियां देंगे, लेकिन सवाल यह है कि अब तक क्यों नहीं दीं? किसानों को लूटा जा रहा है, छोटे उद्योग बंद हो रहे हैं, नौजवानों के हाथों में रोजगार नहीं है।” उन्होंने प्राइवेटाइजेशन की नीतियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “सरकारी कंपनियां अब मोदी जी के दो दोस्तों के हाथों में जा चुकी हैं। पूरे देश की संपत्ति कुछ गिने-चुने उद्योगपतियों के हाथ में सौंप दी गई है।” उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने हर चीज पर टैक्स लगा दिया है, जिससे आम जनता का जीवन मुश्किल हो गया है। मंच से जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “जो सरकार जनता से सिर्फ वादे करती है, उसे अब हटाने का वक्त आ गया है। आपने 20 साल दिए, लेकिन क्या मिला? शिक्षा नहीं, रोजगार नहीं, कानून व्यवस्था नहीं। अब जनता बदलाव के लिए तैयार है।” प्रियंका ने यह भी आरोप लगाया कि जब परीक्षा पास होती है, तो पेपर लीक हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार युवाओं का भविष्य छीन रही है और देश को गलत दिशा में ले जा रही है। उन्होंने कहा, “आपको सपना दिखाया जाता है कि बस दो करोड़ नौकरियां आने वाली हैं, लेकिन असलियत में उद्योग बंद हो रहे हैं, रोजगार घट रहा है, और किसान कर्ज में डूबे हैं।”
महिलाओं की सुरक्षा, वोट चोरी और जनता से सीधा संवाद
प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि “बिहार में महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। बेटियां असुरक्षित महसूस करती हैं। डर इतना है कि महिलाएं घर से बाहर निकलने में हिचकती हैं।” उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि “अब बिहार की सरकार पटना से नहीं, दिल्ली से चलती है। नीतीश जी के पास अब कोई अधिकार नहीं है। सारे फैसले वहीं से होते हैं।” उन्होंने भीड़ से कहा कि “अब वक्त है कि बिहार की जनता अपनी ताकत पहचाने और खुद आगे आकर बदलाव करे।” प्रियंका ने एनडीए पर “वोट चोरी” का आरोप लगाते हुए कहा कि “ये लोग वोट चोर हैं, आपके वोट चुराकर सरकार बनाते हैं। 20 सालों में इन लोगों ने कोई काम नहीं किया। जनता अब जाग चुकी है और ये लोग घबरा गए हैं।” उन्होंने कहा कि जब जनता जागरूक होती है, तो सत्ता में बैठे लोग घबराने लगते हैं। उन्होंने मंच से जनता को संबोधित करते हुए कहा कि “ये लोग चुनाव के समय 10 हजार रुपये बांटकर वोट खरीदना चाहते हैं। ले लो पैसा, लेकिन वोट सोच समझकर देना। वोट बिकना नहीं चाहिए, क्योंकि यही आपकी ताकत है।” प्रियंका गांधी ने महिलाओं से अपील की कि “अपनी बुद्धि से काम लो, अपनी शक्ति को पहचानो और ऐसी सरकार चुनो जो शिक्षा दे, रोजगार दे और सुरक्षा सुनिश्चित करे। हमें एक मौका दो, अगर हम काम न करें तो हमें भी हटा देना।” सभा के अंत में उन्होंने बेगूसराय के कांग्रेस प्रत्याशी शिव प्रकाश गरीबदास का परिचय देते हुए कहा कि “वह आप में से एक हैं, आपकी समस्याओं को समझते हैं और जनता के लिए ईमानदारी से काम करेंगे।” राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि प्रियंका गांधी का यह आक्रामक भाषण न केवल कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने वाला रहा, बल्कि बेगूसराय में चुनावी माहौल को भी और गरम कर गया। अब देखना यह होगा कि क्या यह भाषण एनडीए के गढ़ में कांग्रेस के लिए कोई नई जमीन तैयार कर पाता है या नहीं।




