बिहार विधानसभा चुनाव के बीच वैशाली जिले के राघोपुर विधानसभा क्षेत्र में रविवार को माहौल उस समय बेहद जोशीला हो गया जब भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार और भाजपा के स्टार प्रचारक पवन सिंह हेलिकॉप्टर से उतरकर जनता के बीच पहुंचे। बिदुपुर के संत कबीर महंत रामदयाल दास मैदान में भाजपा प्रत्याशी सतीश कुमार राय के समर्थन में आयोजित इस जनसभा में भारी भीड़ उमड़ी। मंच पर पहुंचते ही समर्थकों ने “जय पवन सिंह” और “सतीश राय जिंदाबाद” के नारों से पूरा मैदान गुंजा दिया। लोगों में उनके प्रति उत्साह इतना अधिक था कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ी। पवन सिंह ने मंच से लोगों का अभिवादन करते हुए कहा कि यह चुनाव केवल एक प्रत्याशी का नहीं, बल्कि विकास और पहचान के लिए है। उन्होंने कहा कि बिहार ने बीते वर्षों में जो प्रगति की है, उसे और आगे बढ़ाने के लिए जनता का सहयोग जरूरी है। उन्होंने सतीश कुमार राय को एक ईमानदार और जनता के लिए समर्पित उम्मीदवार बताते हुए कहा कि यह चुनाव क्षेत्र के भविष्य को दिशा देने वाला साबित होगा।
“मैं नेता नहीं, आपका बेटा हूं” – जनता से जुड़ाव का संदेश
अपने संबोधन के दौरान पवन सिंह ने भावनात्मक अंदाज में कहा, “मैं कोई पावर स्टार नहीं हूं, मैं आपका बेटा हूं। आपने ही गांव के एक छोटे लड़के को उठाकर आज इस मुकाम पर पहुंचाया है।” उन्होंने कहा कि वह राजनीति को सेवा का माध्यम मानते हैं और यही भावना सतीश कुमार राय में भी है। पवन सिंह ने भीड़ से अपील की कि वे जाति और धर्म से ऊपर उठकर विकास के मुद्दे पर वोट करें। उन्होंने कहा कि बिहार आज जिस राह पर आगे बढ़ रहा है, उसमें जनता की भूमिका सबसे बड़ी है। अपने भाषण के दौरान उन्होंने विपक्ष पर अप्रत्यक्ष निशाना साधते हुए कहा कि “कहने और करने में बड़ा फर्क होता है।” यह टिप्पणी सीधे तौर पर राजद नेता तेजस्वी यादव पर तंज के रूप में देखी गई। पवन सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुए बदलावों का जिक्र करते हुए कहा कि “आज का बिहार 15 साल पहले वाले बिहार से बिल्कुल अलग है। पहले जब कोई दिल्ली या मुंबई जाता था तो ‘बिहारी’ कहलाने में शर्म आती थी, लेकिन आज हर कोई गर्व से कहता है – हां, हम बिहारी हैं।” उनके इस बयान पर उपस्थित भीड़ ने तालियों से स्वागत किया। उन्होंने आगे कहा कि यह आत्मसम्मान और विकास की भावना भाजपा सरकार की नीतियों का परिणाम है, जिसे आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी अब जनता की है।
राघोपुर की सियासत में नया मोड़, दो भोजपुरी स्टार आमने-सामने
इस जनसभा की विशेषता यह रही कि जिस दिन पवन सिंह ने राघोपुर में भाजपा प्रत्याशी सतीश राय के लिए प्रचार किया, उसी परिसर में थोड़ी ही दूरी पर भोजपुरी अभिनेता खेसारी लाल यादव भी राजद उम्मीदवार तेजस्वी यादव के समर्थन में रैली करने वाले थे। इससे इस सीट पर भोजपुरी स्टार्स की टक्कर देखने लायक रही। राजनीतिक जानकारों के अनुसार, राघोपुर सीट बिहार की सबसे हाई-प्रोफाइल विधानसभा सीटों में से एक है, जहां अब तक नौ चुनावों में से सात बार लालू परिवार ने जीत दर्ज की है। राघोपुर ने दो मुख्यमंत्री और एक उपमुख्यमंत्री दिए हैं, जिससे इसकी राजनीतिक अहमियत काफी बढ़ जाती है। इस बार यहां तेजस्वी यादव के सामने भाजपा ने सतीश यादव को मैदान में उतारा है, जिन्होंने 2010 में राबड़ी देवी को हराकर इस सीट पर जीत हासिल की थी। राघोपुर में यादव मतदाताओं की संख्या करीब 35% है जबकि मुस्लिम मतदाता लगभग 5% हैं। ऐसे में यह सीट लालू यादव के MY (मुस्लिम-यादव) समीकरण के लिए हमेशा से अनुकूल रही है। हालांकि, पवन सिंह की रैली के बाद यहां भाजपा के लिए माहौल में नई ऊर्जा देखी जा रही है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि भोजपुरी स्टार्स का सीधा जुड़ाव जनता से होता है और ऐसे प्रचार अभियान का असर जमीनी स्तर पर वोटिंग पैटर्न पर जरूर पड़ता है। पवन सिंह ने सभा के अंत में लोगों से अपील की कि वे विकास, रोजगार और आत्मसम्मान के मुद्दों पर वोट करें और सतीश कुमार राय को भारी मतों से विजयी बनाएं। उन्होंने कहा कि अब बिहार के लोग परिवर्तन नहीं, निरंतर प्रगति चाहते हैं, और यही भाजपा की नीति है। राघोपुर में 6 नवंबर को वोटिंग होगी और परिणाम तय करेगा कि इस हाई-प्रोफाइल सीट पर परंपरा जारी रहती है या जनता नई कहानी लिखती है।




