बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज वैशाली जिले के गरौल स्थित प्रेम राज गांव में दोपहर करीब 3 बजे एक चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे। इस सभा में वे वैशाली की सभी आठ विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे NDA प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान की अपील करेंगे। सभा का उद्देश्य मतदाताओं के बीच प्रत्याशियों के लिए समर्थन जुटाना और क्षेत्रीय विकास योजनाओं को जनता तक पहुंचाना है।
वैशाली विधानसभा सीट और चुनावी विवाद
वैशाली विधानसभा सीट से JDU प्रत्याशी सिद्धार्थ पटेल उर्फ चुन्नू पटेल को लेकर विवाद बरकरार है। 28 सितंबर को जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वैशाली विधानसभा क्षेत्र में 774.5 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास करने पहुंचे थे, तब स्थानीय लोगों ने सिद्धार्थ पटेल के खिलाफ ‘GO BACK’ के नारे लगाए थे। कुर्मी समाज का वोट इस सीट पर सबसे अधिक है। इस बार उनका मुकाबला उनके चाचा और पूर्व शिक्षा मंत्री वृशिण पटेल से है, जो निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि इस सीट पर मतदाताओं के रुझान चुनाव के परिणाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
अन्य महत्वपूर्ण सीटें और उम्मीदवार
इसके अलावा, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा महनार विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। राजापाकर सीट से महेंद्र पासवान, लालगंज से भाजपा प्रत्याशी संजय कुमार सिंह, हाजीपुर से भाजपा प्रत्याशी अवधेश सिंह, महुआ से लोजपा प्रत्याशी संजय कुमार और पातेपुर से भाजपा प्रत्याशी लखेंद्र कुमार पासवान भी चुनावी मुकाबले में शामिल हैं। 2020 के चुनावों में कई उम्मीदवार हार चुके थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें पुनः टिकट दिया है। प्रदेश में JDU की सीटों में गिरावट की आशंका और पार्टी के भीतर असमंजस की स्थिति के बीच, मुख्यमंत्री की यह जनसभा पार्टी के लिए मजबूती और मतदाताओं में विश्वास बढ़ाने का प्रयास मानी जा रही है।




