प्रशिक्षण का निरीक्षण और आवश्यक दिशा-निर्देश
मुंगेर में जिला निर्वाचन पदाधिकारी एवं जिलाधिकारी निखिल धनराज निप्पाणीकर ने सोमवार को मतदान कर्मियों के प्रथम चरण के प्रशिक्षण का निरीक्षण किया। यह प्रशिक्षण बैद्यनाथ बालिका +2 उच्च विद्यालय, उपेंद्र ट्रेनिंग एकेडमी और टाउन उच्च विद्यालय सहित अन्य संस्थानों में आयोजित किया जा रहा था। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार शत-प्रतिशत वेबकास्टिंग, मतदान के बाद दी जाने वाली फॉर्म 17सी की कॉपी और वीटीआर ऑनलाइन करने की प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्होंने उपस्थित कर्मियों से संबंधित विषयों पर प्रश्न पूछकर उनकी समझ का परीक्षण भी किया। इस अवसर पर उप निर्वाचन पदाधिकारी राजीव रंजन सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
8 हजार कर्मियों को प्रशिक्षण, तकनीकी तैयारियां
जिलाधिकारी ने बताया कि बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां शुरू कर दी हैं। मतदान और मतगणना की प्रक्रिया को सुचारु बनाने के उद्देश्य से प्रथम चरण के प्रशिक्षण में आठ हजार कर्मियों को मास्टर ट्रेनरों द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण का लक्ष्य यह है कि मतदान और मतगणना के दौरान किसी भी तकनीकी या अन्य समस्या के कारण प्रक्रिया बाधित न हो। जिलाधिकारी ने कर्मियों को सतर्क रहने और किसी भी गड़बड़ी या अनियमितता पर तत्काल कार्रवाई की चेतावनी भी दी।
मॉक पोल और ईवीएम प्रशिक्षण
प्रशिक्षण के दौरान सभी पोलिंग कर्मियों को वीवीपैट, कंट्रोल यूनिट (सीयू) और बैलेट यूनिट (बीयू) से संबंधित तकनीकी जानकारी दी गई। उनके समझने के लिए मॉक पोल का आयोजन किया गया ताकि वे मतदान प्रक्रिया के सभी चरणों और तकनीकी पहलुओं से परिचित हो सकें। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रथम चरण का प्रशिक्षण 7 अक्टूबर से शुरू हुआ था और अब यह संपन्न हो रहा है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से सभी पोलिंग कर्मियों को निर्वाचन प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस किया गया है। इस प्रकार, मुंगेर जिला प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान मतदान प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से संपन्न हो।