बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण से पहले लखीसराय जिले में सोमवार को कांग्रेस ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। कांग्रेस प्रत्याशी अमरेश कुमार अनीश ने अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए जनसंपर्क अभियान को अंतिम रूप देते हुए एक विशाल रोड शो का आयोजन किया। इस रोड शो का नेतृत्व कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव और झारखंड की पूर्व विधायक अंबा प्रसाद ने किया, जिन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह भर दिया। रोड शो बड़हिया नगर से प्रारंभ होकर दरियापुर, प्रतापपुर और बालगुदर होते हुए लखीसराय शहर तक पहुंचा। इस दौरान सैकड़ों बाइक सवार कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का झंडा लहराते हुए नारे लगाए-“अनीश जिंदाबाद” और “कांग्रेस पार्टी अमर रहे”। रास्ते भर लोगों ने फूलों की वर्षा कर नेताओं का स्वागत किया, जिससे माहौल पूरी तरह चुनावी रंग में रंग गया। भीड़ के जोश को देखकर यह स्पष्ट था कि कांग्रेस ने इस बार लखीसराय में जनता के बीच अपनी मजबूत पकड़ बना ली है।
जनता से सीधा संवाद, परिवर्तन का संदेश
रोड शो के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी अमरेश अनीश और अंबा प्रसाद के साथ मंच पर कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे जिनमें कांग्रेस के एलएलसी अजय कुमार सिंह, पूर्व राजद विधायक फुलैना सिंह और जिला कांग्रेस अध्यक्ष समेत कई स्थानीय पदाधिकारी शामिल रहे। अंबा प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा कि लखीसराय की जनता बदलाव चाहती है और इस बार कांग्रेस ही उस बदलाव की प्रतिनिधि बनेगी। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस का हाथ जनता के साथ है, और हम हर वर्ग की आवाज को विधानसभा तक पहुंचाएंगे।” अनीश अनीश ने भी जनता से सीधा संवाद करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार आने पर लखीसराय में शिक्षा, रोजगार और बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जनता के समर्थन और आशीर्वाद से लखीसराय में विकास की नई कहानी लिखी जाएगी। रोड शो के दौरान महिलाएं, युवा और किसान बड़ी संख्या में मौजूद रहे, जिन्होंने कांग्रेस के प्रति अपना समर्थन जताया। स्थानीय लोगों ने बताया कि वर्षों से उपेक्षित क्षेत्र में अब विकास और रोजगार की उम्मीदें जागी हैं।
सीधा मुकाबला, टकराव चरम पर
लखीसराय विधानसभा सीट पर इस बार का मुकाबला बेहद दिलचस्प है। कांग्रेस प्रत्याशी अमरेश अनीश का सीधा मुकाबला एनडीए प्रत्याशी और राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा से है। दोनों ही नेताओं ने प्रचार के अंतिम दिन अपनी पूरी ताकत झोंक दी। जहां एक ओर कांग्रेस का रोड शो भीड़ के कारण चर्चा में रहा, वहीं दूसरी ओर एनडीए ने भी रैली और जनसभाओं के माध्यम से अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश की। अब मतदाताओं की निगाहें 6 नवंबर पर टिकी हैं जब वे अपने मताधिकार का प्रयोग कर क्षेत्र की बागडोर किसे सौंपेंगे, यह तय करेंगे। चुनावी विश्लेषकों का मानना है कि लखीसराय में इस बार मुकाबला कांटे का होगा, क्योंकि कांग्रेस ने जमीनी स्तर पर सक्रियता बढ़ा दी है और स्थानीय मुद्दों को लेकर जनता के बीच लगातार संवाद स्थापित किया है। अंबा प्रसाद के रोड शो ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नया जोश भर दिया है और यह माना जा रहा है कि इस शक्ति प्रदर्शन का असर मतदान के दिन साफ नजर आएगा। जिले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो सके।




