बिहार की मोकामा विधानसभा सीट पर सियासी हलचल उस वक्त तेज हो गई जब केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में ललन सिंह लोगों से कहते नजर आ रहे हैं कि कुछ नेताओं को वोटिंग के दिन घर से बाहर नहीं निकलने देना चाहिए। इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में जबरदस्त बहस शुरू हो गई। विपक्षी दलों, खासकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), ने इसे चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन बताते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की। आरजेडी नेताओं ने आरोप लगाया कि ललन सिंह का यह बयान मतदाताओं को प्रभावित करने और चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने का प्रयास है। मामले की गंभीरता को देखते हुए चुनाव आयोग ने तत्परता दिखाते हुए केंद्रीय मंत्री ललन सिंह को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। आयोग ने उनसे स्पष्टीकरण मांगा है कि आखिर इस तरह का बयान किस परिस्थिति में दिया गया। इस घटनाक्रम के बाद सियासी माहौल और भी गर्म हो गया है। विपक्ष इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताते हुए लगातार हमलावर है, वहीं जेडीयू का दावा है कि ललन सिंह के बयान को संदर्भ से तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है।
प्रचार में जुटे ललन सिंह, रोड शो से बढ़ाई रफ्तार
दूसरी ओर, मोकामा उपचुनाव में जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह के जेल में होने के कारण अब उनके प्रचार की पूरी कमान केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने संभाल ली है। सोमवार को उन्होंने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के साथ मिलकर 30 किलोमीटर लंबा रोड शो किया था, जिसके दौरान भारी जनसमूह उमड़ा। हालांकि इस कार्यक्रम पर आचार संहिता उल्लंघन के आरोप लगने के बाद प्रशासन ने दोनों नेताओं पर केस दर्ज कर लिया। बताया गया कि रोड शो के लिए केवल 10 गाड़ियों की अनुमति थी, लेकिन काफिले में लगभग 48 गाड़ियां शामिल हुईं, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई। पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि बगैर अनुमति शामिल वाहनों को जब्त कर लिया गया है और आयोजकों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। बावजूद इसके ललन सिंह के प्रचार की गति थमने का नाम नहीं ले रही। आज वे औंटा से बाहापर तक करीब 13 किलोमीटर का एक और बड़ा रोड शो करने वाले हैं। इस दौरान उनके साथ हजारों समर्थकों के जुड़ने की संभावना है। ललन सिंह लगातार जनसभाओं में अनंत सिंह को जनता का असली प्रतिनिधि बताते हुए उन्हें विजयी बनाने की अपील कर रहे हैं।
दुलारचंद हत्याकांड को बताया साजिश, विपक्ष पर साधा निशाना
मोकामा में चुनावी माहौल पहले से ही दुलारचंद यादव हत्याकांड के कारण तनावपूर्ण है। इस मामले में जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह फिलहाल बेऊर जेल में बंद हैं। इसी पृष्ठभूमि में ललन सिंह ने अपने हालिया भाषणों में इस हत्याकांड को एक सुनियोजित साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि मोकामा टाल क्षेत्र में रेलवे के पत्थर कहां से पहुंचे, इसकी जांच कराई जाएगी और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पूरा मामला अनंत सिंह की लोकप्रियता को खत्म करने की चाल है। ललन सिंह ने जनता से अपील की कि वे इस षड्यंत्र के खिलाफ खड़े हों और अनंत सिंह को भारी मतों से विजयी बनाएं। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे चुनाव प्रचार को जनता के साथ सीधा संवाद मानते हैं, न कि सिर्फ वोट मांगने का तरीका। वहीं, आरजेडी और अन्य विपक्षी दलों ने ललन सिंह पर चुनावी माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह मामला सिर्फ एक बयान का नहीं, बल्कि पूरे मोकामा उपचुनाव के रुख को प्रभावित करने वाला बन गया है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि चुनाव आयोग ललन सिंह के जवाब के बाद क्या कदम उठाता है और क्या यह विवाद आगामी चुनावी समीकरणों को बदल देगा। मोकामा की जनता फिलहाल इस सियासी घमासान के बीच अपने प्रतिनिधि चुनने की तैयारी में है, जहां हर बयान और हर रोड शो नए राजनीतिक संकेत दे रहा है।




