बिहार विधानसभा चुनाव के माहौल में बुधवार को सीवान का राजनीतिक तापमान उस वक्त चरम पर पहुंच गया जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हेलिकॉप्टर से रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र के राजपुर खेल मैदान पहुंचे। एनडीए समर्थित प्रत्याशी विकास सिंह उर्फ जीशू सिंह के पक्ष में प्रचार करने आए योगी का जनसभा स्थल पर भव्य स्वागत हुआ। मैदान में करीब पांच हजार से अधिक लोगों की भीड़ जुटी थी, जहां हर प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर से कड़ी जांच की व्यवस्था की गई थी। सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क थीं और पुलिस बल ने मंच से लेकर भीड़ तक के हर हिस्से पर निगरानी बनाए रखी। सभास्थल के पास चार बुलडोजर (JCB) की मौजूदगी ने एक बार फिर योगी की “बुलडोजर बाबा” वाली छवि को सजीव कर दिया। भीड़ में लोगों ने “जय श्रीराम” और “योगी-योगी” के नारों से वातावरण को पूरी तरह चुनावी बना दिया। योगी ने मंच पर पहुंचते ही अपने खास अंदाज में जनता का अभिवादन किया और एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में जोरदार अपील की।
ओसामा पर सीधा वार, शहाबुद्दीन के दौर की याद दिलाई
योगी आदित्यनाथ के भाषण का केंद्र इस बार विपक्ष के प्रत्याशी ओसामा शहाबुद्दीन रहे, जो महागठबंधन के तहत आरजेडी से चुनाव मैदान में हैं। योगी ने नाम लिए बिना ओसामा पर तीखे शब्दों में हमला बोलते हुए कहा कि “अब सीवान को अपराध, गुंडागर्दी और दहशत के उस दौर में लौटने नहीं दिया जाएगा।” उन्होंने भीड़ को याद दिलाया कि किस तरह कभी सीवान में कानून का राज कमजोर पड़ा था और लोग भय के साए में जीने को मजबूर थे। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश और बिहार विकास की नई दिशा में आगे बढ़ रहा है, और अब ऐसे लोगों की कोई जगह नहीं जो जाति और अपराध की राजनीति करते हैं। उन्होंने रघुनाथपुर के विकास सिंह को एक “युवा और स्वच्छ छवि वाले नेता” के रूप में पेश करते हुए कहा कि एनडीए का हर प्रत्याशी प्रधानमंत्री मोदी की “विकास की राजनीति” को आगे बढ़ा रहा है। सभा में मौजूद जनता बार-बार तालियों और नारों से योगी की बातों का समर्थन करती रही। मंच पर दरौली विधानसभा के प्रत्याशी विष्णुदेव पासवान सहित कई एनडीए नेता भी मौजूद थे, जिन्होंने एक स्वर में महागठबंधन पर हमला बोला और विकास सिंह को विजयी बनाने की अपील की।
6 नवंबर को मतदान, NDA के लिए बना माहौल; विपक्ष पर बढ़ा दबाव
आगामी 6 नवंबर को रघुनाथपुर विधानसभा में मतदान होना है, और योगी की यह रैली चुनाव से ठीक पहले एनडीए के लिए निर्णायक मानी जा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि योगी की उपस्थिति से एनडीए का जनाधार और मजबूत हुआ है, खासकर हिंदू मतदाताओं के बीच। उनके बुलडोजर वाले प्रतीकात्मक संदेश ने कानून-व्यवस्था और सख्त शासन की छवि को दोहराया है, जो बिहार में भीड़ के बीच काफी असर डाल रही है। रैली में एनडीए नेताओं ने शहाबुद्दीन के पुराने दौर का हवाला देते हुए जनता से अपील की कि वे अपराध के खिलाफ वोट करें और विकास के पक्ष में मतदान करें। योगी ने कहा कि “अब बिहार को अपराध नहीं, रोजगार की जरूरत है; अब यहां जाति नहीं, जनता के विकास की राजनीति होगी।” उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने गरीबों के लिए योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू किया है, हर घर तक बिजली, गैस और आवास पहुंचा है। रैली के अंत में योगी ने जनता से NDA प्रत्याशी के लिए वोट करने की अपील करते हुए कहा कि बिहार का भविष्य स्थिर सरकार और मजबूत नेतृत्व के साथ ही सुरक्षित है। योगी की यह सभा न केवल चुनावी माहौल को गरमाने में सफल रही, बल्कि विपक्ष को भी नई रणनीति बनाने पर मजबूर कर दिया। भीड़ के उत्साह से यह स्पष्ट था कि योगी का प्रभाव सीवान में गहराई तक पहुंच चुका है, और एनडीए के लिए यह रैली एक मजबूत संदेश छोड़ गई है।




