बिहार विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच आजाद समाज पार्टी (एएसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर ने सोमवार को डेहरी विधानसभा क्षेत्र में जोरदार रोड शो किया। उनके आगमन से शहर में भारी भीड़ उमड़ी और समर्थकों ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया। रोड शो के दौरान चंद्रशेखर खुले वाहन में बैठकर लोगों का अभिवादन करते नजर आए। जगह-जगह लोगों ने उनका काफिला रोककर समर्थन जताया। रोड शो के बाद चंद्रशेखर ने अकोढीगोला में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने एएसपी प्रत्याशी फतेह बहादुर सिंह के समर्थन में जनता से वोट मांगे। उन्होंने कहा कि फतेह बहादुर सिंह सच्चे जनसेवक हैं, जिन्होंने हमेशा गरीबों और पिछड़ों की आवाज उठाई है। यह वही नेता हैं जिन्होंने राजद से टिकट नहीं मिलने पर भी अपनी राह चुनी और जनता के भरोसे मैदान में उतरे। चंद्रशेखर ने कहा कि अब समय आ गया है जब गरीब और वंचित तबके के लोग सत्ता में अपनी हिस्सेदारी तय करेंगे, क्योंकि अब देश को नारा नहीं, न्याय चाहिए।
“गरीबों को कुर्सी पर बैठाने की जरूरत” – चंद्रशेखर
चंद्रशेखर ने अपने संबोधन में कहा कि समाज में अमीरी और गरीबी का फर्क लगातार बढ़ता जा रहा है, और यही समय है जब गरीबों को उनके अधिकारों के साथ सत्ता में भागीदारी दी जाए। उन्होंने कहा कि आजाद समाज पार्टी का मकसद सिर्फ राजनीति करना नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन की दिशा में ठोस कदम उठाना है। भीड़ में बड़ी संख्या में महिलाएं, युवा और किसान शामिल थे, जिन्होंने “जय भीम, जय भारत” के नारे लगाए। चंद्रशेखर ने कहा कि अब वक्त आ गया है जब गरीबों को सत्ता की कुर्सी पर बैठाने की जरूरत है, क्योंकि वही लोग समाज की असली ताकत हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस बार वोट अपने अधिकार और सम्मान के लिए करें, किसी लालच या झूठे वादों में न आएं। उन्होंने कहा कि जो नेता जनता की तकलीफें नहीं समझता, वह कभी जनसेवक नहीं हो सकता।
डेहरी में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार, प्रचार हुआ तेज
इस बार डेहरी विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला दिलचस्प और त्रिकोणीय हो गया है। राजद ने बबलू चंद्रवंशी को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) से सोनू सिंह मैदान में हैं। वहीं, फतेह बहादुर सिंह आजाद समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। फतेह बहादुर पहले राजद से विधायक थे, लेकिन टिकट कटने के बाद उन्होंने पार्टी से अलग होकर एएसपी का दामन थामा। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, डेहरी सीट पर जातीय समीकरण और स्थानीय मुद्दे दोनों ही परिणाम तय करेंगे। विकास, बेरोजगारी, शिक्षा और किसानों की समस्याएं इस क्षेत्र के प्रमुख चुनावी मुद्दे हैं। मतदान का दिन नजदीक आने के साथ प्रत्याशियों का प्रचार अभियान तेज हो गया है। हर दल अपने उम्मीदवार के पक्ष में पूरी ताकत झोंक रहा है। हालांकि, मतदाता अब भी किसी एक उम्मीदवार पर पूरी तरह झुकते नहीं दिख रहे, जिससे यह संकेत मिल रहा है कि मुकाबला आखिरी दिन तक रोमांचक बना रहेगा। चंद्रशेखर का डेहरी दौरा निश्चित रूप से फतेह बहादुर सिंह के लिए ऊर्जा बढ़ाने वाला साबित हुआ है और इससे आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं में नया जोश देखा जा रहा है।




