बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बुधवार को 18 जिलों की 121 सीटों पर वोटिंग के दौरान लोकतंत्र का असली रंग देखने को मिला। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें दिखाई दीं। ग्रामीण इलाकों में लोग नावों से नदी पार कर मतदान केंद्र पहुंचे, तो कई जगहों पर पुलिसकर्मी घोड़ों पर सवार होकर गश्त करते दिखे। यह नज़ारा बिहार के विभिन्न इलाकों में लोकतंत्र की गहराई और जनता की भागीदारी की कहानी बयां करता रहा। वैशाली में 80 साल की बुजुर्ग मां को बेटा गोद में उठाकर मतदान केंद्र तक लाया, जबकि मुंगेर के तारापुर में सुरक्षाकर्मियों ने एक वृद्ध महिला को सहारा देकर बूथ तक पहुंचाया। दरभंगा के कुशेश्वरस्थान में लोग नाव से नदी पार कर मध्य विद्यालय बर्निया के बूथ तक पहुंचे। इन दृश्यों ने यह साबित कर दिया कि कठिनाइयों के बावजूद जनता अपने मताधिकार के प्रति सजग है। खगड़िया के परबत्ता इलाके में पुलिस घोड़े पर सवार होकर पेट्रोलिंग करती नजर आई, ताकि मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके। वहीं सीवान में, जो कभी शहाबुद्दीन का गढ़ कहा जाता था, वहां बुर्के में महिलाओं की लंबी कतारें दिखीं। यह दृश्य इस बात का प्रतीक था कि महिलाओं में भी लोकतंत्र के प्रति समान जागरूकता और भागीदारी बढ़ी है।
नेताओं की मौजूदगी और जनता में जोश
वोटिंग के इस चरण में बिहार के बड़े नेताओं ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में पहुंचकर मतदान किया। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने लखीसराय में मतदान किया, जहां वे सुबह सात बजे से ही लाइन में खड़े नजर आए। डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने मंदिर में पूजा के बाद अपना वोट डाला। वहीं, युवा उम्मीदवार और गायिका मैथिली ठाकुर ने भी अलीनगर के शिव मंदिर में पूजा करने के बाद मतदान केंद्र पहुंचीं। पटना में राजनीतिक गलियारों का माहौल भी सुबह से ही जोश से भरा रहा। बांकीपुर के मिलर हाई स्कूल बूथ पर मंत्री नितिन नवीन अपनी पत्नी के साथ पहुंचे। इसी बीच वेटनरी कॉलेज के बूथ पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी मतदान किया। लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती भी अपने पारंपरिक अंदाज में वोट डालने पहुंचे। मोकामा से भाजपा प्रत्याशी वीणा देवी, जो बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी हैं, उन्होंने भी मंदिर में पूजा के बाद मतदान किया। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने अपने गांव लखनपुर में मतदान किया और लोगों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में मतदान करें। फिल्म अभिनेता और समाजसेवी खेसारी लाल यादव ने भी एकमा विधानसभा के बूथ नंबर 137 पर वोट डालकर लोगों को लोकतंत्र में भागीदारी के लिए प्रेरित किया।
उत्साह से भरा मतदान, ग्रीन और पिंक बूथ बने आकर्षण का केंद्र
पहले चरण के मतदान में सबसे खास बात यह रही कि बुजुर्गों और दिव्यांगों में भी भारी उत्साह देखने को मिला। मुंगेर के तारापुर में सुरक्षाकर्मियों ने एक असहाय व्यक्ति को सहारा देकर मतदान केंद्र से बाहर निकाला, जबकि तारापुर विधानसभा के बूथ संख्या 81 पर मिथुन कुमार नामक दिव्यांग युवक ट्रायसाइकिल से मतदान करने पहुंचे। खगड़िया जिले के बेलदौर विधानसभा क्षेत्र में 125 वर्षीय बुजुर्ग ने मतदान कर लोगों को प्रेरित किया कि उम्र लोकतंत्र में भागीदारी की बाधा नहीं बन सकती। इसी तरह बेगूसराय में मतदान के बाद एक महिला वोटर ने सेल्फी लेकर अपने लोकतांत्रिक कर्तव्य पर गर्व जताया, तो आरा में स्विप आइकन सौम्या आनंद ने अपनी 82 वर्षीय दादी के साथ वोट डालकर संदेश दिया कि परिवार की हर पीढ़ी का योगदान लोकतंत्र को सशक्त बनाता है। महिलाओं के लिए बनाए गए पिंक बूथ और पर्यावरण संदेश देने वाले ग्रीन पोलिंग स्टेशन भी मतदान का आकर्षण बने रहे। सहरसा में महिला आदर्श मतदान केंद्र को गुलाबी गुब्बारों से सजाया गया था, जहां महिलाएं बड़ी संख्या में वोट डालने पहुंचीं। वहीं मुजफ्फरपुर नगर विधानसभा के कंपनी बाग रेलवे प्रशिक्षण केंद्र में आदर्श मतदान केंद्र को शाही लीची थीम से सजाया गया, जिसने स्थानीय संस्कृति की झलक दी। आरा में ग्रीन पोलिंग बूथ पर पौधारोपण का संदेश दिया गया, जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता का प्रतीक बना। पूरे बिहार में इस चरण के मतदान के दौरान सुरक्षा के सख्त इंतजाम रहे, लेकिन जनता का जोश इन व्यवस्थाओं से कहीं अधिक नजर आया। बुजुर्गों, महिलाओं और युवाओं की एकजुटता ने यह साबित कर दिया कि बिहार का लोकतंत्र न केवल जीवंत है, बल्कि हर चुनाव में और भी परिपक्व होता जा रहा है।




