बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के प्रचार के अंतिम दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दरभंगा, मोतिहारी और बेतिया में जनसभाओं को संबोधित करते हुए विपक्ष पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने हाल ही में “घुसपैठिया बचाव यात्रा” निकाली थी, लेकिन बीजेपी और एनडीए सरकार एक-एक घुसपैठिए को देश से बाहर निकाल कर ही दम लेगी। बेतिया की सभा में शाह ने कहा कि इस बार बिहार की जनता को जंगलराज वापस नहीं आने देना है। उन्होंने जनसमूह से कहा, “11 नवंबर को कमल और तीर छाप पर इतना जोर से बटन दबाइएगा कि उसका झटका इटली तक महसूस हो।” गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस और राजद की नीतियों ने बिहार को पिछड़ा बनाया, लेकिन अब पीएम मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य विकास की राह पर अग्रसर है। उन्होंने चेताया कि अगर इस बार गलती से जंगलराज लौट आया तो विकास ठहर जाएगा और अपराध फिर सिर उठाएगा। मोतिहारी की सभा में उन्होंने याद दिलाया कि पिछली बार जनता ने 12 में से 9 सीटें एनडीए को दी थीं, अबकी बार लक्ष्य सभी सीटों पर जीत का है।
पाकिस्तान, राम मंदिर और विकास पर NDA का विजन
अमित शाह ने अपने संबोधन में राष्ट्रीय सुरक्षा और आस्था के मुद्दों पर भी जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “पहलगाम में आतंकियों ने हमला किया तो मोदी जी ने वादा किया था कि जवाब दिया जाएगा। और मात्र 20 दिनों में पाकिस्तान की धरती पर घुसकर ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंकियों का सफाया किया गया।” उन्होंने आगे कहा कि “अगर पाकिस्तान ने फिर हिम्मत की तो गोली का जवाब तोप के गोले से देंगे और वे गोले बिहार के डिफेंस कॉरिडोर में तैयार होंगे।” शाह ने घोषणा की कि बिहार में डिफेंस कॉरिडोर के तहत बनने वाले हथियार और गोला-बारूद देश की सुरक्षा को मजबूत करेंगे और राज्य के युवाओं को रोजगार भी देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस और आरजेडी की सरकारों ने वर्षों तक बिहार के विकास को रोका, मगर मोदी सरकार ने दरभंगा में AIIMS, नई सड़कों और आईटी पार्क जैसी परियोजनाओं से प्रदेश को नई दिशा दी है। राम मंदिर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद ने वर्षों तक अयोध्या में मंदिर निर्माण को अटकाया, जबकि मोदी सरकार ने देश की आस्था का सम्मान करते हुए भव्य राम मंदिर का निर्माण कराया। अब केंद्र सरकार सीता माता के सम्मान में सीतामढ़ी से अयोध्या के लिए सीधी ट्रेन शुरू करने जा रही है और वहां सीता जी का मंदिर भी बनाया जाएगा।
जनता से अपील और विकास के वादे
बेतिया की सभा में शाह ने चंपारण के मतदाताओं को याद दिलाया कि उन्होंने पिछली बार 9 में से 8 सीटें एनडीए को दी थीं, इस बार सभी 9 सीटें एनडीए के खाते में जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि लालू यादव और राहुल गांधी की पार्टियों ने चंपारण को “मिनी चंबल” बना दिया था, अब बिहार की जनता को यह ठान लेना चाहिए कि ऐसी ताकतों को दोबारा मौका नहीं मिलेगा। उन्होंने लालू परिवार पर तंज कसते हुए कहा कि “लालू-राबड़ी अपने बेटे को मुख्यमंत्री और सोनिया गांधी अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं, लेकिन न सीएम की कुर्सी खाली है न पीएम की। बिहार में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं और केंद्र में मोदी जी प्रधानमंत्री हैं, और ये व्यवस्था अगले कई साल तक चलती रहेगी।” उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार की 1.41 करोड़ जीविका दीदियों के खाते में 10 हजार रुपए डालने का काम किया है और विपक्ष कहता है कि यह पैसा वापस लिया जाए। शाह ने कहा कि “लालू की तीन पीढ़ियां भी आ जाएं, तब भी ये पैसे कोई नहीं ले सकता। आने वाले पांच सालों में हम हर दीदी के खाते में दो लाख रुपए तक भेजने का लक्ष्य लेकर काम कर रहे हैं।” मधुबनी की सभा के बाद शाह ने मिथिला हाट में पारंपरिक बिहारी भोजन का आनंद भी लिया, जहां उन्होंने पीतल की थाली में दाल-बाटी-चोखा, माखन भोग और ठेकुआ जैसे व्यंजनों का स्वाद चखा। एनडीए नेताओं के साथ डिनर के दौरान भी चुनावी रणनीति पर चर्चा होती रही। शाह के इस दौरे से एनडीए कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया और पूरे मिथिलांचल में चुनावी माहौल अपने चरम पर पहुंच गया है।




