औरंगाबाद जिले के ओबरा विधानसभा क्षेत्र में सोमवार को महागठबंधन की ओर से जबरदस्त शक्ति प्रदर्शन देखने को मिला, जब उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंच से जनता को संबोधित किया। ओबरा खेल मैदान में आयोजित इस विशाल जनसभा में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे, जिनमें बड़ी संख्या यादव, मुसलमान और महागठबंधन समर्थक मतदाताओं की थी। यह सभा महागठबंधन समर्थित आरजेडी प्रत्याशी ऋषि कुमार के समर्थन में आयोजित की गई थी। अखिलेश यादव ने मंच से कहा कि अब बिहार को उन ताकतों से मुक्त होना होगा, जिन्होंने राज्य को वर्षों तक पिछड़ेपन में धकेला। उन्होंने कहा कि महागठबंधन जनता के अधिकार और सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ रहा है, जबकि एनडीए सरकारें केवल दिखावे की राजनीति करती हैं। उन्होंने कहा कि आज गरीब किसान, नौजवान और मजदूर सभी बदलाव चाहते हैं और बिहार में यह परिवर्तन महागठबंधन ही लाएगा। अखिलेश यादव ने जनता से अपील की कि वे ऋषि कुमार को भारी मतों से जिताएं ताकि औरंगाबाद सहित पूरे क्षेत्र में विकास की नई धारा बह सके। उन्होंने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश की जनता अब एकजुट होकर नफरत और विभाजन की राजनीति का जवाब देगी।
ऋषि कुमार पर महागठबंधन का भरोसा, अखिलेश बोले- अब नई पीढ़ी का नेतृत्व करेगा बिहार
सभा के दौरान अखिलेश यादव ने आरजेडी प्रत्याशी ऋषि कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह युवाओं के प्रतिनिधि हैं और समाज के हर तबके की आवाज उठाने का साहस रखते हैं। उन्होंने कहा कि ऋषि कुमार, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह के पुत्र हैं, जिनका परिवार हमेशा जनता की सेवा में आगे रहा है। यही कारण है कि पार्टी ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया है। अखिलेश ने कहा कि बिहार को ऐसे नेताओं की जरूरत है जो जनता से जुड़कर राजनीति करें, न कि सत्ता के लिए जनता को भूल जाएं। उन्होंने कहा कि जिस तरह उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर काम किया, वैसा ही मॉडल बिहार में भी लाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने पर युवाओं को रोजगार, किसानों को समर्थन मूल्य और महिलाओं को सुरक्षा की गारंटी दी जाएगी। अखिलेश ने कहा कि भाजपा और एनडीए की राजनीति केवल नारों और प्रचार पर टिकी है, जबकि हमारे गठबंधन की राजनीति जनता की उम्मीदों और जरूरतों पर आधारित है। उन्होंने लोगों से कहा कि यह चुनाव सिर्फ एक विधायक चुनने का नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य का फैसला करने का है।
ओबरा में कांटे की टक्कर, यादव वोटरों पर नजरें टिकीं, अखिलेश की सभा बनी चर्चा का केंद्र
ओबरा विधानसभा क्षेत्र इस बार राजनीतिक रूप से बेहद चर्चित बना हुआ है। यहां आरजेडी के ऋषि कुमार और लोजपा (रामविलास) के प्रकाश चंद्र के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है। पिछले चुनाव में भी दोनों के बीच कांटे की टक्कर हुई थी और इस बार भी हालात कुछ अलग नहीं हैं। जन सुराज के सुधीर शर्मा और बसपा के संजय शर्मा भी इस दौड़ में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला आरजेडी और लोजपा (रा.) के बीच ही सिमट गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ओबरा में यादव मतदाताओं की संख्या अधिक होने के कारण यह क्षेत्र महागठबंधन का पारंपरिक गढ़ रहा है। हालांकि एनडीए प्रत्याशी प्रकाश चंद्र भी लंबे समय से क्षेत्र में सक्रिय हैं और जनता के बीच उनकी पकड़ मजबूत मानी जा रही है। ऐसे में अखिलेश यादव की रैली को निर्णायक प्रभाव डालने वाला माना जा रहा है। सभा के दौरान अखिलेश ने अपने भाषण में जातीय एकता और सामाजिक समरसता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बिहार के छहों विधानसभा क्षेत्रों में अब जनता बदलाव के मूड में है और ओबरा से इसकी शुरुआत होगी। उन्होंने कहा कि जनता को अब यह तय करना है कि क्या वे पुराने वादों और जुमलों पर भरोसा करें या एक ऐसे गठबंधन को मौका दें जो वास्तव में विकास और समानता की राजनीति करता है। जैसे-जैसे अखिलेश का भाषण आगे बढ़ता गया, भीड़ में जोश बढ़ता गया और अंत में उन्होंने जनता से हाथ जोड़कर कहा-“अगर बिहार को आगे बढ़ाना है, तो अब मिलकर वोट की ताकत से परिवर्तन लाना होगा।”




