समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव अभियान के दौरान भाजपा पर जमकर प्रहार किया। पूर्वी चंपारण के कल्याणपुर और सिवान के रघुनाथपुर में जनसभाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अबकी बार बिहार की जनता भाजपा को बाहर करने जा रही है और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में “न्यू बिहार” बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार का पैसा बिहार के विकास में लगना चाहिए, ताकि यहां के युवाओं को नौकरी और खुशहाली मिल सके। भ्रष्टाचार और बंडलराज पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में भ्रष्टाचार का पैसा बंडल बनकर बाहर जाता है, जबकि जनता की झोली खाली रह जाती है। अखिलेश ने कहा कि समाजवादियों ने अवध जीता है, अब बिहार के लोग मगध जीतकर बदलाव की गूंज देंगे। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार में नई सरकार बनने जा रही है जो रोजगार, शिक्षा और सम्मान की दिशा में निर्णायक कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि अब बिहार में नौजवान सरकार बनेगी और नौजवान मुख्यमंत्री नेतृत्व करेगा।
बुल्डोजर, नाम बदलने और विकास के मुद्दों पर चुटकी
अपने भाषणों में अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की राजनीति और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बिना नाम लिए तंज कसे। उन्होंने कहा, “हमारे पड़ोसी की परवाह मत करना, वो बुल्डोजर से डरा रहे हैं। लेकिन याद रखना, बुल्डोजर के पास दिमाग नहीं होता। अगर चाबी बदल गई तो बुल्डोजर कहां जाएगा?” अखिलेश ने आगे कहा कि जिन लोगों को नाम बदलने की बीमारी है, उन्होंने न जाने कितने गांव, सड़कों और योजनाओं के नाम बदल दिए हैं, लेकिन विकास की दिशा नहीं बदली। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “अगर वे ओसामा के गांव जाते, तो शायद उसका नाम भी बदल देते।” उन्होंने कहा कि भाजपा के पास काम की नहीं, नाम की राजनीति बची है। योगी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग शो रूम में जाकर शैंपू ढूंढते हैं और समझते हैं कि बाल उग जाएंगे, लेकिन उन्हें पता नहीं कि शैंपू से सिर्फ बाल साफ होते हैं। अखिलेश ने दावा किया कि भाजपा की सरकारों ने केवल दिखावे का विकास किया है, जबकि असली विकास समाजवादी विचारधारा से होता है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों से झूठे वादे किए, कहा था कि आय दोगुनी करेंगे, लेकिन 11 सालों में हालत और खराब हो गई। बाजार चीन के उत्पादों से भर गया, जबकि स्थानीय उद्योग दम तोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश को आत्मनिर्भर बनाने की बात की, लेकिन आज हमारा बाजार विदेशी उत्पादों पर निर्भर है।
“तेजस्वी की सरकार गिराई, ताकि जनता जवाब न मांगे” – युवाओं से रोजगार के लिए अपील
अखिलेश यादव ने सभा में मौजूद युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने तेजस्वी यादव की सरकार इसलिए गिराई क्योंकि उन्हें डर था कि अगर बिहार में नौकरियां मिलने लगीं, तो देशभर की जनता हिसाब मांगेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा बेरोजगारी की टोकरी दे रही है, जबकि महागठबंधन सम्मानजनक नौकरियों की बात कर रहा है। उन्होंने लोगों से सवाल किया, “क्या आपको बेरोजगारी की टोकरी चाहिए या सम्मान की नौकरी?” अखिलेश ने कहा कि भाजपा के एजेंडे में रोजगार नहीं है, बल्कि जीएसटी और महंगाई बढ़ाकर आम आदमी की जिंदगी मुश्किल की गई है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा जीएसटी का उत्सव मना रही है, जबकि छोटे व्यापारियों की रीढ़ तोड़ दी गई है। उन्होंने कहा कि यूपी का गोरखधंधा इतना बड़ा है कि उसकी कल्पना नहीं की जा सकती, क्योंकि नकल के लिए भी अकल चाहिए। अखिलेश ने दावा किया कि समाजवादियों ने यूपी में जो एक्सप्रेसवे बनाए, उस पर आज प्रधानमंत्री भी अपने जहाज उतारते हैं, लेकिन श्रेय भाजपा लेती है। उन्होंने कहा कि बिहार का यह चुनाव केवल विधानसभा का नहीं, बल्कि देश की राजनीति के भविष्य का फैसला है। यह चुनाव नौकरी बनाम भाजपा का चुनाव है, जिसमें जनता भाजपा की हार लिखने जा रही है। अखिलेश ने कहा कि अबकी बार बिहार की जनता तेजस्वी यादव की सरकार बनाएगी, ताकि नई सोच और नई दिशा के साथ राज्य आगे बढ़ सके। उन्होंने कहा कि भाजपा की विदाई तय है, और चुनावी दूल्हा पहले ही समझ चुका है कि अब जनता उसके साथ नहीं है। अंत में उन्होंने कहा कि लालटेन का उजाला कभी नहीं बुझेगा, और बिहार की जनता सौहार्द, भाईचारे और न्याय के साथ महागठबंधन को ऐतिहासिक जीत दिलाएगी।




