बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की तैयारियों के तहत शेखपुरा जिला प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर व्यापक कदम उठाए हैं। 6 नवंबर को मतदान होना है और इसे शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं। मंगलवार को केंद्रीय अर्धसैनिक बलों – सीआरपीएफ (CRPF) और सशस्त्र सीमा बल (SSB) – ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर जिले के कई इलाकों में फ्लैग मार्च किया। यह मार्च जिलाधिकारी आरिफ अहसन और पुलिस अधीक्षक बलिराम कुमार चौधरी के निर्देश पर आयोजित किया गया, जिसका मकसद आगामी चुनाव को निष्पक्ष और भयमुक्त बनाना है। प्रशासन ने शेखपुरा और बरबीघा विधानसभा क्षेत्रों के सभी संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथों का भौतिक सत्यापन करवाया ताकि मतदान के दौरान किसी प्रकार की गड़बड़ी या अव्यवस्था की संभावना न रहे। प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में निकाले गए इस मार्च में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल के जवान शामिल थे। वे गांव-गांव घूमकर जनता से शांति बनाए रखने और भयमुक्त होकर मतदान करने की अपील कर रहे थे।
ग्रामीण इलाकों में बाइक फ्लैग मार्च से बढ़ी जागरूकता
महुली थाना क्षेत्र में थाना अध्यक्ष रामप्रवेश भारती के नेतृत्व में सीआरपीएफ इंस्पेक्टर दीपांकर कुमार, अरियरी के सर्किल ऑफिसर अंकू गुप्ता और एएसआई मनोज कुमार ने महुली, सोहदी, गोहदा, चोर दरगाह, अफरडीह और फूलचोर जैसे गांवों में बाइक से फ्लैग मार्च निकाला। ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा बलों की यह सक्रियता मतदाताओं के बीच भरोसा बढ़ाने का कार्य कर रही है। इसी तरह कसार थाना क्षेत्र में थाना अध्यक्ष संतोष कुमार के नेतृत्व में एसएसबी के जवानों ने ससबहना, घुसकुरी, बरसा, चक अगबिल, बेलहारी, गंगापुर और रघुनाथपुर मसौरा जैसे गांवों से गुजरते हुए कसार थाना परिसर तक मार्च किया। इन इलाकों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है, इसलिए सुरक्षा एजेंसियां लगातार यहां गश्त कर रही हैं। इस दौरान अधिकारियों ने गांवों में रुककर लोगों से संवाद भी किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि चुनाव के दिन किसी भी तरह का डर या दबाव नहीं रहने दिया जाएगा। मतदाता निर्भय होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। फ्लैग मार्च में 200 से अधिक पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान शामिल थे, जिन्होंने पूरे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया।
प्रशासन अलर्ट, असामाजिक तत्वों पर सख्त नजर
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि चुनावी माहौल को बिगाड़ने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस अधीक्षक बलिराम कुमार चौधरी ने कहा कि जिले के हर संवेदनशील क्षेत्र में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती की जा रही है। बूथों के आसपास सीसीटीवी कैमरों और गश्ती दलों की निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। प्रशासन की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि कोई मतदाता भय या दबाव में आए बिना अपने मतदान केंद्र तक पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे मतदान के दिन बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और लोकतंत्र के इस पर्व को सफल बनाएं। फ्लैग मार्च के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे जिले में संयुक्त पेट्रोलिंग की योजना भी बनाई है, ताकि मतदान के दिन हर स्थिति पर तुरंत नियंत्रण पाया जा सके। शेखपुरा जिले में दो विधानसभा सीटें – शेखपुरा और बरबीघा – पर सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हैं और लगातार क्षेत्रीय स्तर पर निगरानी कर रही हैं। इस बार प्रशासन का उद्देश्य सिर्फ शांतिपूर्ण मतदान कराना नहीं बल्कि ऐसा माहौल बनाना है जिसमें हर नागरिक आत्मविश्वास के साथ लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अपनी भागीदारी निभा सके।




