टीवी तोड़ने की परंपरा की शुरुआत और बदलाव
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैचों में टीवी तोड़ने की परंपरा पाकिस्तान में दशकों पुरानी हो चुकी है। शुरुआत निराशा और आक्रोश से हुई थी, जब पाकिस्तानी टीम भारत के खिलाफ हारती थी और फैंस अपनी हताशा जाहिर करने के लिए टीवी तोड़ने लगते थे। यह चलन सचिन तेंदुलकर के समय से ही देखने को मिला था, जब ब्लैक एंड वाइट और डिब्बे वाली रंगीन टीवी का दौर था। जैसे-जैसे समय बदला और तकनीक में सुधार हुआ, एलसीडी, एलईडी और अब स्मार्ट टीवी आने के बावजूद यह परंपरा कायम रही। पहले यह क्रोध और निराशा का प्रतीक था, लेकिन अब सोशल मीडिया और रील्स के दौर में यह एक मनोरंजन और वीडियो बनाने का माध्यम बन चुका है।
एशिया कप 2025 और भारत की जीत का प्रभाव
एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच दो बार मुकाबला हुआ, जिसमें भारत ने दोनों बार पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी। विशेष रूप से सुपर-4 के मैच में अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल ने पाकिस्तानी गेंदबाजों पर जोरदार प्रदर्शन किया। शर्मा ने पारी की पहली ही गेंद पर पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी का मनोबल तोड़ दिया। इस पर पाकिस्तान में टीवी तोड़ने की घटनाएं फिर सामने आईं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक पाकिस्तानी फैन टीवी तोड़ते हुए दिखाई दे रहा था, जबकि उसके साथी उसे रोकने की कोशिश कर रहे थे। यह घटना दर्शाती है कि अब फैंस केवल गुस्से में नहीं बल्कि मनोरंजन और रील बनाने के लिए भी टीवी तोड़ रहे हैं।
अब पाकिस्तान में भारत के खिलाफ मैच के दौरान टीवी तोड़ना केवल गुस्से का प्रदर्शन नहीं बल्कि एक मनोरंजन का साधन बन गया है। छोटी या बड़ी किसी भी प्रकार की टीवी को फैंस तोड़ते हैं, और इसे वीडियो में कैप्चर करके सोशल मीडिया पर साझा करते हैं। यह दर्शाता है कि टीम के प्रदर्शन में असंतोष अब फैंस के खुद के एंटरटेनमेंट का कारण बन गया है। पाकिस्तान में टीवी टूटने की यह परंपरा लगातार बढ़ रही है, और हर मैच के बाद यह घटना सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन जाती है। इस बदलते रवैये से यह भी स्पष्ट होता है कि अब क्रिकेट फैंस की भावनाएं केवल हार-जीत तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उनकी निराशा और कुंठा अब मनोरंजन में बदल चुकी है।