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Dream11 ने BCCI को बताया: अब नहीं होंगे भारतीय क्रिकेट टीम के प्रायोजक

Online Gaming Bill के बाद Dream11 ने Indian Cricket Team का sponsorship छोड़ दिया, BCCI को ढूंढना होगा नया प्रायोजक

Dream11 ne Indian team ka sponsorship khatam kiya

भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ा बदलाव सामने आया है। Fantasy sports प्लेटफ़ॉर्म Dream11 ने आधिकारिक रूप से भारतीय क्रिकेट टीम के प्रायोजक के रूप में अपनी भूमिका समाप्त कर दी है। यह फैसला भारत में हाल ही में पारित ‘The Promotion and Regulation of Online Gaming Bill’ के प्रभाव के बाद आया। इस कदम के चलते BCCI को एशिया कप से पहले नए प्रायोजक की तलाश करनी पड़ेगी, जो 9 सितंबर से UAE में शुरू होने वाले टूर्नामेंट के लिए जरूरी है।

सूत्रों के अनुसार, Dream11 के प्रतिनिधि मुंबई स्थित BCCI कार्यालय पहुंचे और बोर्ड के CEO हेमांग आमिन को अपने निर्णय की जानकारी दी। BCCI के एक अधिकारी ने बताया, “Dream11 के प्रतिनिधियों ने CEO को सूचित किया कि वे आगे टीम के प्रायोजक नहीं रहेंगे। इसके परिणामस्वरूप, वे एशिया कप के लिए टीम के प्रायोजक नहीं होंगे। BCCI जल्द ही नए टेंडर की घोषणा करेगा।”

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि प्रायोजक का यह निर्णय अनुबंध के तहत दंडनीय नहीं होगा। अनुबंध में एक क्लॉज है जो कहता है कि यदि प्रायोजक का मुख्य व्यवसाय किसी नए कानून के प्रभाव से प्रभावित होता है, तो उन्हें बोर्ड को कोई भुगतान करने की जिम्मेदारी नहीं होगी। यही वजह है कि Dream11 के इस कदम से BCCI पर कोई कानूनी दबाव नहीं पड़ेगा।

Dream11, जो 18 साल पहले स्थापित हुआ था और अब $8 बिलियन के मूल्य का है, जुलाई 2023 में BCCI का मुख्य प्रायोजक बना। उन्होंने edtech कंपनी Byju’s को तीन साल के ₹358 करोड़ के सौदे में प्रतिस्थापित किया। Indian टीम के साथ-साथ Dream11 ने IPL में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और महेंद्र सिंह धोनी, रोहित शर्मा, हार्दिक पांड्या, ऋषभ पंत और जसप्रीत बुमराह जैसे प्रमुख खिलाड़ियों को अपने ब्रांड एम्बेसडर बनाया। 2020 में उन्होंने IPL के ट्रॉफी प्रायोजक का पद भी संभाला, जब उन्होंने चीनी कंपनी Vivo को रिप्लेस किया।

Dream11 का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी व्यापक प्रभाव है। वे Caribbean Premier League के आधिकारिक फैंटेसी पार्टनर हैं और Super Smash के टाइटल स्पॉन्सर भी हैं। इसके अलावा, उनके पास ऑस्ट्रेलिया के डोमेस्टिक T20 प्रतियोगिताओं जैसे Big Bash League और Women’s Big Bash League में भी हिस्सेदारी है। 2018 में, उन्होंने International Cricket Council के साथ भी साझेदारी की।

सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं, Dream11 अन्य खेलों में भी सक्रिय है। यह Indian Super League का आधिकारिक फैंटेसी पार्टनर है और Pro Kabaddi League तथा International Hockey Federation के साथ भी जुड़े हुए हैं। इस तरह, Dream11 की व्यापक खेल उद्योग में उपस्थिति इसे भारतीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख ब्रांड बनाती है।

अब BCCI के सामने चुनौती यह है कि वे एशिया कप शुरू होने से पहले नया प्रायोजक ढूंढें। भारतीय टीम के प्रायोजकों के लिए यह समय बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि टूर्नामेंट की तैयारी और प्रमोशन के लिए वित्तीय सहयोग आवश्यक है। BCCI के अधिकारियों ने संकेत दिया है कि नए टेंडर की घोषणा जल्द ही की जाएगी और संभावित कंपनियों के लिए आवेदन की प्रक्रिया आरंभ होगी।

इस निर्णय से यह भी स्पष्ट हो गया है कि Online Gaming Bill का प्रभाव खेल और व्यवसाय की दुनिया पर तेजी से दिखने लगा है। Fantasy sports कंपनियों को अब अपने संचालन और प्रायोजन संबंधी फैसलों में नए नियमों और कानूनी बाधाओं को ध्यान में रखना होगा।

Dream11 का Indian क्रिकेट टीम से प्रायोजन छोड़ना केवल वित्तीय या कानूनी निर्णय नहीं है, बल्कि यह भारतीय खेल उद्योग में आने वाले संभावित बदलावों का संकेत भी है। BCCI और अन्य खेल संगठनों के लिए यह एक चेतावनी है कि उन्हें भविष्य की योजना और साझेदारी रणनीतियों में कानून और नीति परिवर्तनों को प्राथमिकता देनी होगी।

एशिया कप के लिए नए प्रायोजक की तलाश शुरू होने के साथ ही क्रिकेट प्रशंसकों की नजरें इस दिशा में टिकी हैं कि अगला प्रायोजक कौन होगा और टीम इंडिया की जर्सी पर किस ब्रांड का नाम दिखाई देगा। इस बीच, Dream11 के अंतरराष्ट्रीय खेल सहयोग और IPL में उनके प्रभाव को देखते हुए, उनके निर्णय का खेल जगत पर असर व्यापक रहेगा।

इस प्रकार, Dream11 का यह कदम भारतीय क्रिकेट और खेल प्रायोजन उद्योग में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ है। BCCI को नए प्रायोजक के साथ साझेदारी करके टीम की वित्तीय स्थिरता और प्रमोशनल गतिविधियों को बनाए रखना होगा।

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