मैच की शुरुआत और शुरुआती झटके
अबू धाबी में खेले गए एशिया कप के 11वें मुकाबले में श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला। मैच की शुरुआत से ही रोमांचक माहौल बन गया था। श्रीलंका की ओर से नई गेंद संभालने वाले तेज गेंदबाज नुवान थुषारा ने शुरुआती ओवरों में ही अफगान बल्लेबाजों पर दबाव बना दिया। तीसरे ओवर की पहली ही गेंद पर उन्होंने रहमानुल्लाह गुरबाज को कुसल परेरा के हाथों कैच कराया। इसके बाद ओवर की आखिरी गेंद पर करीम जनत को बोल्ड कर दिया। थुषारा ने पावरप्ले में लगातार प्रहार करते हुए अफगानिस्तान को बैकफुट पर धकेल दिया और पूरे मैच में 4 विकेट अपने नाम किए। दूसरी ओर, 11वें ओवर में दर्शकों ने ऐसा कैच देखा जिसने सभी का ध्यान खींच लिया। दारविश रसूली ने चमीरा की गेंद पर अपर कट खेला, लेकिन बाउंड्री पर खड़े कुसल परेरा ने शानदार फ्लाइंग कैच पकड़ा। कैच पकड़ते वक्त उनका संतुलन बिगड़ा और वे बाउंड्री पार जाने लगे, लेकिन उन्होंने गेंद को हवा में उछाला, वापस मैदान में कदम रखा और गेंद को दोबारा पकड़कर सबको हैरत में डाल दिया।
अफगानिस्तान की वापसी और नबी का विस्फोटक प्रदर्शन
शुरुआती झटकों के बाद अफगानिस्तान ने कप्तान राशिद खान और मोहम्मद नबी के दम पर मैच में वापसी करने की कोशिश की। 15वें ओवर में राशिद ने नो-लुक सिक्स लगाकर स्टेडियम में मौजूद दर्शकों को रोमांचित कर दिया। हालांकि इसी बीच जब नुवान थुषारा ने उन्हें स्लोअर यॉर्कर से चकमा दिया तो वे पहले तो रिव्यू लेने को तैयार हो गए, लेकिन गेंद आखिरकार उनके पैरों से लगकर स्टंप्स से टकरा गई और वे बोल्ड हो गए। इसके बावजूद अफगान पारी का सबसे धमाकेदार पल 20वें ओवर में आया। नबी ने दुनिथ वेल्लालागे के खिलाफ लगातार 5 छक्के ठोक दिए। पहले तीन गेंदों पर उन्होंने लंबी हिट लगाई, इसके बाद फ्री हिट पर चौथा और फिर पांचवीं गेंद पर मिडविकेट-लॉन्ग ऑन के बीच शानदार छक्का जड़ा। हालांकि आखिरी गेंद पर वे रन आउट हो गए, लेकिन तब तक उन्होंने 60 रनों की पारी खेल डाली थी। नबी ने सिर्फ 20 गेंदों में अर्धशतक जमाकर अफगानिस्तान के लिए सबसे तेज फिफ्टी का रिकॉर्ड बराबर किया और एक ओवर में 32 रन बटोरकर नया इतिहास रच दिया।
मैच का नतीजा और यादगार मोमेंट्स
भले ही अफगानिस्तान ने पारी के अंत में विस्फोटक बल्लेबाजी की, लेकिन श्रीलंका के गेंदबाजों ने शुरुआत में जो बढ़त बनाई थी, वह निर्णायक साबित हुई। दूसरी पारी में श्रीलंका के बल्लेबाजों ने लक्ष्य का पीछा करते हुए संयम दिखाया और 6 विकेट से मुकाबला अपने नाम किया। इस जीत के साथ ही श्रीलंका ने सुपर-4 में जगह बनाई और बांग्लादेश को भी फायदा मिला। अफगानिस्तान के लिए मोहम्मद नबी का 60 रन, राशिद खान का शानदार डाइविंग कैच और कुसल परेरा का बाउंड्री पर juggling कैच मैच के सबसे यादगार लम्हे रहे। वहीं, नुवान थुषारा का घातक स्पेल भी सबको प्रभावित कर गया। इस मुकाबले ने एक बार फिर दिखा दिया कि क्रिकेट में एक पल में मैच का रुख कैसे बदल सकता है। मैदान पर छक्कों की बरसात, कैचों का कमाल और खिलाड़ियों का जुनून—सबने मिलकर इस मैच को एशिया कप 2025 के सबसे रोमांचक मुकाबलों में से एक बना दिया।




