Navratri 2025 Day 2 : नवरात्रि का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित होता है। इस दिन मां की पूजा करने से जीवन में तप, संयम और लंबी आयु का आशीर्वाद मिलता है। आइए जानें मां ब्रह्मचारिणी की कथा, महत्व, शुभ मुहूर्त, आज का रंग और पूजा विधि।
मां ब्रह्मचारिणी कौन हैं?
मां ब्रह्मचारिणी देवी पार्वती का अविवाहित रूप हैं। हाथ में जपमाला और कमंडल धारण किए वे तपस्या का प्रतीक हैं। मान्यता है कि उन्होंने हजारों वर्षों तक कठोर तप कर भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त किया। इस कठोर तपस्या के कारण ही उन्हें “ब्रह्मचारिणी” कहा जाता है।
मां की पूजा करने से साधक को धैर्य, संयम और मानसिक शांति मिलती है। उनकी कृपा से जीवन में आने वाली कठिनाइयों से सामना करने की शक्ति मिलती है।
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नवरात्रि दिन 2 के शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: 04:35 AM – 05:22 AM
- प्रातः संध्या: 04:59 AM – 06:10 AM
- अभिजीत मुहूर्त: 11:49 AM – 12:37 PM
- विजया मुहूर्त: 02:14 PM – 03:03 PM
- गोधूलि मुहूर्त: 06:16 PM – 06:40 PM
नवरात्रि दिन 2 के शुभ रंग – लाल
नवरात्रि के दूसरे दिन लाल रंग पहनना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह प्रेम, ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक है। लाल चुनरी मां को अर्पित करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-समृद्धि आती है।
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा विधि
- साफ-सफाई: पूजा स्थान को अच्छी तरह साफ करें और गंगाजल से पवित्र करें।
- कलश स्थापना: जल, सुपारी, पान के पत्ते और नारियल से कलश स्थापित करें।
- प्रतिमा स्थापना: मां की प्रतिमा या फोटो को लाल चुनरी से सजाएं।
- अर्पण: चावल, रोली, कुमकुम और सफेद फूल चढ़ाएं। घी का दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
- पंचामृत से अभिषेक: दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से मां का अभिषेक करें।
- मंत्र जाप: “ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- आरती व प्रसाद: कपूर से आरती करें और प्रसाद बांटें।