Dusshera Do’s & Don’ts: दशहरा का पर्व आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन भगवान राम से रावण का वध किया था। साथ ही मां दुर्गा ने इस दिन महिषासुर नामक राक्षस की वध किया था। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है। दशहरा का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सारी दसों दिशाएं खुली रहती है। यह बहुत ही पवित्र दिन माना जाता है। लेकिन, इस दिन आपको कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए। आइए जानते हैं दशहरे के दिन क्या करें और क्या न करें।
दशहरा के दिन जरूर करें ये काम
- साथ ही दशहरा के दिन नवरात्रि जयंती लें और उसे एक लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। इस उपाय को करने से धन में वृद्धि होती है। साथ ही आय के स्रोत भी खुलते हैं।
- दशहरा के दिन सुबह स्नान करके अपने घर के सभी बड़ों से आशीर्वाद लें। उनके चरण स्पर्श करें। इसी के साथ नवरात्रि के शांति कलश का पानी अपने पूरे घर में छिड़क दें। ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि बनी रहेगी।
- दशहरे के दिन कारोबार और करियर में सफलता और समृद्धि पाने के लिए शमी के पेड़ की पूजा करें। साथ ही मां दुर्गा को शमी के पत्ते अर्पित करें।
- इसके अलावा दशहरे के दिन दुर्गा हवन की राख का छिड़काव घर के चारों तरफ करें, घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होगा, बच्चों को इसका तिलक भी करें। उनका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
- दशहरा के दिन मां दुर्गा का विसर्जन भी किया जाता है। इसलिए जहां देवी की मूर्ति की विदाई हो रही हो वहां माता के चरणों को नए वस्त्र से पूछकर घर में तिजोरी में रखने से धन धान्य बना रहता है।
दशहरे के दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां
- दशहरा का दिन बहुत ही पवित्र माना जाता है। इसलिए इस दिन किसी से गलत व्यवहार न करें और मन और अपने वचनों से किसी को कष्ट न पहुंचाएं।
- दशहरा के दिन शाम के समय किसी को सुई, चीनी, नमक, नहीं देना चाहिए।
- यदि आपके कोई प्रसाद के रूप में लौंग आदि दें तो उसे स्वीकार न करें। साथ ही इस दिन सफेद रंग का प्रसाद किसी से न करें। ऐसे करने से आप पर नकारात्मक ऊर्जा हावी हो सकती हैं।