गुवाहाटी: असम और बॉलीवुड के मशहूर गायक जुबिन गर्ग को आज अंतिम विदाई दी जाएगी। गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल (जीएमसीएच) में उनका दूसरा पोस्टमार्टम सोमवार देर रात पूरा कर लिया गया। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर सारुसजाई स्टेडियम लाया गया, जहां सुबह 9:30 बजे से अंतिम यात्रा शुरू होगी। राज्य सरकार ने भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि जुबिन गर्ग को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए आने वालों के लिए 4-5 बसों की व्यवस्था की जाएगी ताकि लोग व्यवस्थित तरीके से शामिल हो सकें।
अंतिम यात्रा में जुटने की संभावना हजारों की भीड़
जुबिन गर्ग न केवल असम के बल्कि पूरे उत्तर-पूर्व भारत के सबसे लोकप्रिय कलाकारों में से एक थे। उनकी लोकप्रियता को देखते हुए प्रशासन ने सुबह से ही स्टेडियम और आसपास के इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों और ट्रैफिक पुलिस को तैनात किया गया है ताकि भीड़ पर नियंत्रण रखा जा सके और किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि “यह असम के लिए भावुक पल है, हम चाहते हैं कि जुबिन को शांतिपूर्ण विदाई दी जाए।”
जीएमसीएच में दोबारा हुआ पोस्टमार्टम
जुबिन गर्ग का पहला पोस्टमार्टम सिंगापुर में किया गया था, जहां 19 सितंबर को स्कूबा डाइविंग के दौरान उनका निधन हुआ था। हालांकि असम सरकार ने परिवार और कुछ समूहों की मांग पर गुवाहाटी में दूसरा पोस्टमार्टम कराने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि यह फैसला पारदर्शिता बनाए रखने और किसी तरह का विवाद न होने देने के लिए लिया गया है। उन्होंने बताया कि एम्स गुवाहाटी की टीम की मौजूदगी में यह पोस्टमार्टम किया गया और इसकी पूरी प्रक्रिया को रिकॉर्ड भी किया गया।
प्रशंसकों में शोक की लहर, सोशल मीडिया पर ट्रिब्यूट्स की बाढ़
जुबिन गर्ग के निधन के बाद पूरे देश में उनके प्रशंसक शोक में हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर #ZubeenGarg और #LegendZubeen ट्रेंड कर रहे हैं। प्रशंसक उनके गानों के वीडियो और यादगार पलों को शेयर कर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। सारुसजाई स्टेडियम में भी सोमवार रात से ही लोग जुटने लगे थे ताकि सुबह होने पर वे अपने चहेते गायक के अंतिम दर्शन कर सकें।
सरकार ने की अपील – शांति और अनुशासन बनाए रखें
राज्य सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे श्रद्धांजलि देने के दौरान धैर्य और अनुशासन बनाए रखें। मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, “जुबिन का समाधि स्थल हमेशा रहेगा और कोई भी किसी भी दिन वहां जा सकता है। इसलिए किसी प्रकार की अफरा-तफरी न हो।” सरकार ने यह भी बताया कि अंतिम यात्रा के दौरान ट्रैफिक डायवर्जन किया जाएगा ताकि आवागमन में दिक्कत न हो।
असम के लिए बड़ी क्षति
जुबिन गर्ग ने अपने करियर में असमिया, हिंदी और कई अन्य भाषाओं में गाने गाए। वे नॉर्थ ईस्ट इंडिया के सांस्कृतिक प्रतीक माने जाते थे। उनके निधन को संगीत जगत के लिए बड़ी क्षति माना जा रहा है। कई प्रमुख हस्तियों ने भी सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया है।