दिल्ली में यमुना नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि के कारण गुरुवार को शहर के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए। पुराने रेलवे पुल पर गुरुवार दोपहर 12 बजे यमुना का जलस्तर 207.47 मीटर दर्ज किया गया। जलस्तर का बढ़ना निचले इलाकों में पानी भरने का मुख्य कारण बना। कश्मीरी गेट, मयूर विहार फेज 1, वासुदेव घाट और मोनेस्ट्री मार्केट समेत कई प्रमुख क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। राहत शिविर, जो बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाए गए थे, उनमें भी पानी भर गया है, जिससे राहत कार्य प्रभावित हुआ। निगमबोध घाट और गीता कॉलोनी श्मशान घाट जैसे स्थान भी बाढ़ की चपेट में हैं।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया और राहत प्रयास
राजस्व विभाग के अनुसार, बाढ़ से प्रभावित 8018 लोगों को तंबुओं में बनाए गए अस्थायी आश्रय स्थलों में और 2030 लोगों को 13 स्थायी आश्रय स्थलों में सुरक्षित स्थानांतरित किया गया। प्रशासन ने कहा कि स्थिति पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है और नागरिकों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने प्रभावित इलाकों में वाहनों की आवाजाही के लिए वैकल्पिक मार्गों की सलाह दी और यात्रियों को जलमग्न सड़कों से बचने तथा मेट्रो का उपयोग करने के लिए कहा।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में स्थिति और पशु राहत
यमुना का बढ़ता जलस्तर हरियाणा के हथिनी कुंड से छोड़े गए पानी के कारण नोएडा और ग्रेटर नोएडा तक पहुंच गया है। अधिकारियों ने बताया कि फार्म हाउस में पानी भरने के कारण लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया। प्रशासन और पुलिस ने मिलकर जलमग्न क्षेत्रों से सैकड़ों मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और उनके लिए चारा उपलब्ध कराया। इसके अलावा, बाढ़ प्रभावितों के लिए सामुदायिक रसोई और चिकित्सा सेवाओं की व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने आगाह किया है कि आने वाले समय में स्थिति और गंभीर हो सकती है, इसलिए नागरिक सतर्क रहें और अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।