पंजाब और हिमाचल प्रदेश में बाढ़ की स्थिति गंभीर, प्रधानमंत्री का दौरा राहत की उम्मीद
पंजाब और हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश और बाढ़ ने भारी तबाही मचा दी है। गांवों और कस्बों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है, हजारों लोग बेघर हो गए हैं और फसलों को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को इन दोनों राज्यों का दौरा करेंगे। आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार, पीएम मोदी पहले हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में पहुंचेंगे जहां वह अधिकारियों के साथ उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे और प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसके बाद वह स्थानीय लोगों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आपदा मित्र टीमों से भी मुलाकात करेंगे जो राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। हिमाचल प्रदेश में मानसून की शुरुआत से अब तक 366 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें भूस्खलन, अचानक आई बाढ़, बिजली गिरने और डूबने जैसी घटनाएं प्रमुख हैं। वहीं, राज्य सरकार के साथ मिलकर केंद्र सरकार ने पुनर्वास और राहत के प्रयासों की गति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
पंजाब में भीषण बाढ़ से गांव जलमग्न, पीएम करेंगे हवाई सर्वेक्षण और अधिकारियों संग बैठक
हिमाचल दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के प्रभावित इलाकों का भी दौरा करेंगे। जानकारी के अनुसार, वह दोपहर करीब तीन बजे बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और फिर गुरदासपुर पहुंचकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। यहां भी वह बाढ़ से जूझ रहे लोगों और राहत कार्यों में लगे कर्मियों से सीधा संवाद करेंगे। पंजाब में हालात बेहद गंभीर हैं, करीब 1.75 लाख हेक्टेयर जमीन पर खड़ी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। कई गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं और लाखों लोग सुरक्षित ठिकानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। इस बीच भारतीय सेना, बीएसएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस प्रशासन राहत एवं बचाव अभियानों में जुटे हुए हैं। केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि दोनों राज्यों को हरसंभव मदद प्रदान की जाएगी और किसी भी तरह की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
केंद्र और राज्य मिलकर करेंगे पुनर्वास प्रयासों की निगरानी, पीएम की समीक्षा से तेज होंगे कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा केवल हालात का जायजा लेने तक सीमित नहीं है बल्कि इसका उद्देश्य राहत और पुनर्वास कार्यों की निगरानी को और मजबूत करना है। पीएम मोदी प्रभावित राज्यों के अधिकारियों के साथ आपदा प्रबंधन रणनीतियों पर चर्चा करेंगे और केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए संसाधनों के उपयोग की समीक्षा करेंगे। इस कठिन समय में राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं ताकि प्रभावित परिवारों को त्वरित सहायता मिल सके। हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और सड़क अवरोध जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए अतिरिक्त संसाधन तैनात किए गए हैं, वहीं पंजाब में फसल नुकसान और विस्थापन को देखते हुए विशेष राहत पैकेज पर विचार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री की इस यात्रा से प्रभावित जनता को उम्मीद है कि राहत कार्यों की गति तेज होगी और पुनर्वास योजनाओं में तेजी आएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा आपदा ने एक बार फिर से आपदा प्रबंधन तंत्र को सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर जोर दिया है ताकि भविष्य में ऐसी परिस्थितियों से अधिक प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।