सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग की भारत यात्रा के दूसरे दिन भारत और सिंगापुर ने अपने व्यापक रणनीतिक सहयोग को और मजबूत करने के लिए एक रोडमैप का अनावरण किया। इस अवसर पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और सिंगापुर की मौद्रिक प्राधिकरण (MAS) ने डिजिटल एसेट और वित्तीय नवाचार को बढ़ावा देने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस पहल का उद्देश्य दोनों देशों के बीच तकनीकी सहयोग, विशेष रूप से डिजिटल टेक्नोलॉजी, एआई, क्वांटम कंप्यूटिंग और अन्य उन्नत तकनीकों में साझेदारी को बढ़ाना है।
पीएम मोदी के विचार और साझा चिंताएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत-सिंगापुर संबंध केवल कूटनीति तक सीमित नहीं हैं, बल्कि साझा मूल्यों और आपसी हितों पर आधारित हैं। उन्होंने जोर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ दोनों देशों की चिंताएं समान हैं और इसे संयुक्त रूप से रोकना सभी राष्ट्रों का कर्तव्य है। पीएम मोदी ने कहा कि इस अनिश्चित और अशांत वैश्विक परिवेश में भारत और सिंगापुर के बीच मजबूत साझेदारी शांति और समृद्धि के लिए और भी महत्वपूर्ण हो गई है।
तकनीकी और नवाचार के क्षेत्र में भविष्य की योजनाएं
पीएम मोदी और पीएम लॉरेंस वोंग ने स्पष्ट किया कि भविष्य में तकनीकी और नवाचार के क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ावा दिया जाएगा। एआई, क्वांटम और डिजिटल टेक्नोलॉजी के माध्यम से दोनों देशों के उद्योग, शिक्षा और वित्तीय संस्थानों के बीच संपर्क और साझेदारी को मजबूत किया जाएगा। रोडमैप में इन पहलों का समावेश इस दिशा में एक ठोस कदम है, जो दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। इस साझेदारी के माध्यम से क्षेत्रीय स्थिरता, आर्थिक विकास और तकनीकी नवाचार के अवसर बढ़ेंगे, जिससे भारत और सिंगापुर दोनों को दीर्घकालिक लाभ प्राप्त होंगे।