कोलकाता के रॉक बैंड हूलिगनिज्म के गाने ‘तुमी मोस्ती कोरबे जानी’ के कारण विवाद खड़ा हो गया। गाने में राजनीतिक दलों और नेताओं पर कटाक्ष किया गया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। भाजपा नेता और वकील तरुणज्योति तिवारी ने बैंड और अभिनेता अनिर्बान भट्टाचार्य के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें सनातन धर्म और सनातनियों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया गया।
अनिर्बान भट्टाचार्य के निर्देशन में बैंड का यह नौ मिनट का रैप गीत वर्तमान राजनीति और समाज पर व्यंग्य करता है। गीत में एसआईआर का मुद्दा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष, चुनावों से पहले नेताओं के पार्टी बदलने की आदत और भाजपा व CPI(M) के नेताओं पर व्यंग्य शामिल है। विशेष रूप से दिलीप घोष के बयान ‘गाय के दूध में सोना’ पर गाने में मज़ाक किया गया।
बीजेपी नेता ने शिकायत में कहा कि गाने की टिप्पणियाँ जानबूझकर की गई थीं और इससे उनकी धार्मिक भावनाओं तथा लाखों सनातनियों की भावनाओं का अपमान हुआ। उन्होंने बैंड के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की।
टीएमसी के कुणाल घोष और CPI(M) के शतरूप घोष ने कहा कि वे गाने से नाराज नहीं हैं। शतरूप ने कहा, “मुझे गाना सुनकर मज़ा आया। मुझे खुशी है कि मैं इस गाने के किरदारों में शामिल था।”
गाने को लेकर विवाद जारी है और अब पुलिस शिकायत के बाद जांच प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस मामले ने संगीत और राजनीतिक व्यंग्य के बीच संवेदनशीलता और अभिव्यक्ति की सीमा पर बहस को फिर से जोर दिया है।