‘प्रेम’ को हमेशा से निश्चल माना गया है। लेकिन कभी-कभी प्यार की कहानी अप्रत्याशित मोड़ ले लेती है। बिहार से शुरू हुई यह प्रेम कहानी गुड़गांव तक पहुंची और अंत दुखद हुआ। नवादा जिले में 2010 में हुई शादी के बाद, 22 वर्षीय पुरुष और 20 वर्षीय महिला अपने नए जीवन की शुरुआत कर रहे थे। पुरुष पेशे से दर्जी था और घर पर कपड़ा सिलने का काम करता था।
शादी के बाद काम की तलाश में वह दिल्ली और फिर गुड़गांव गया। धीरे-धीरे काम चलने लगा और परिवार एक चार मंजिला मकान में बस गया। उनके दो भाई भी गुड़गांव में रहते थे। जीवन सामान्य और शांतिपूर्ण लग रहा था, बच्चों के जन्म के बाद भी परिवार की दिनचर्या में कोई खास समस्या नहीं थी।
पड़ोसी के आगमन से प्रेम कहानी का मोड़
साल 2023 में उसी मकान में रहने के लिए 34 वर्षीय एक व्यक्ति अपने बेटे और बेटी के साथ आया। वह हाल ही में अपनी पत्नी से अलग हुआ था। पढ़ाई-लिखाई ज्यादा नहीं थी, लेकिन व्यवसाय और गणित में माहिर था। उसके कमरे का स्थान दर्जी के कमरे के ठीक किनारे खुली छत पर था। इसी पड़ोसी के आने से प्रेम कहानी ने नई दिशा ली और हत्या की योजना जन्मी।
फिल्मी साजिश और अपराध
इस पड़ोसी और प्रेमिका के बीच संबंध ने धीरे-धीरे हत्या की साजिश को जन्म दिया। गुड़गांव में दोनों ने मिलकर योजना बनाई और अपराध को अंजाम देने की ठोस तैयारी की। पुलिस जांच में यह सामने आया कि योजना पूरी तरह से फिल्मी स्टाइल में तैयार की गई थी, जिसमें हर कदम की गुप्त योजना और समयबद्धता शामिल थी।
अंततः दोनों आरोपी पकड़े गए और सलाखों के पीछे हैं। यह कहानी न केवल प्रेम और धोखे की है, बल्कि एक चेतावनी भी देती है कि प्यार में पड़ना कभी-कभी जीवन बदलने वाले अपराध की दिशा में ले जा सकता है।
इस तरह की घटनाएं समाज और परिवार को सचेत करती हैं और यह याद दिलाती हैं कि किसी भी रिश्ते में धोखे और हताशा विनाशकारी साबित हो सकती है।