अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) गोरखपुर ने वर्ष 2025 के लिए फैकल्टी ग्रुप-ए के विभिन्न पदों पर भर्ती की आधिकारिक घोषणा की है। कुल 88 पदों पर यह नियुक्ति की जाएगी। इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर 26 अक्टूबर 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
यह भर्ती प्रोफेसर, एडिशनल प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर जैसे पदों के लिए की जा रही है। आवेदन प्रक्रिया पहले से शुरू हो चुकी है और केवल ऑनलाइन माध्यम से ही रजिस्ट्रेशन संभव होगा।
एम्स गोरखपुर प्रशासन का कहना है कि यह अवसर योग्य चिकित्सकों और विशेषज्ञों के लिए सुनहरा मौका है, जो चिकित्सा शिक्षा और शोध के क्षेत्र में योगदान देना चाहते हैं।
पात्रता मानदंड और आयु सीमा
भर्ती अधिसूचना के अनुसार, उम्मीदवारों के पास मान्यता प्राप्त संस्थान से संबंधित विषयों में उच्च शिक्षा की डिग्री होना आवश्यक है। इसमें एमएच (ट्रॉमा सर्जरी), एमडी (इमरजेंसी मेडिसिन), एमडीडी (ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन) और एमडी (ब्लड बैंक) की डिग्री शामिल है। इसके साथ ही उम्मीदवारों को अन्य निर्धारित योग्यताओं को भी पूरा करना होगा।
आयु सीमा की बात करें तो अधिकतम आयु 50 से 56 वर्ष तक तय की गई है। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को नियमानुसार छूट मिलेगी। एससी और एसटी उम्मीदवारों को 5 वर्ष, ओबीसी उम्मीदवारों को 3 वर्ष और दिव्यांग अभ्यर्थियों को 5 वर्ष की आयु सीमा में छूट दी जाएगी। इस तरह, पात्र उम्मीदवारों के लिए आवेदन करने का यह सुनहरा अवसर है।
वेतनमान और एप्लीकेशन फीस
फैकल्टी पदों पर चयनित उम्मीदवारों को सातवें वेतन आयोग के तहत वेतनमान मिलेगा। प्रोफेसर पद पर वेतनमान 1,68,900 रुपये से 2,20,400 रुपये मासिक होगा। एडिशनल प्रोफेसर के लिए 1,48,200 से 2,11,400 रुपये, एसोसिएट प्रोफेसर के लिए 1,38,300 से 2,09,200 रुपये और असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर 1,01,500 से 1,67,400 रुपये प्रतिमाह वेतन तय किया गया है।
आवेदन शुल्क की बात करें तो सामान्य, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस वर्ग के उम्मीदवारों को 2,000 रुपये फीस देनी होगी, जबकि एससी और एसटी उम्मीदवारों के लिए यह शुल्क 500 रुपये रखा गया है। दिव्यांग उम्मीदवारों को फीस में छूट दी गई है।
एम्स गोरखपुर प्रशासन ने उम्मीदवारों से अपील की है कि आवेदन करने से पहले पात्रता मानदंड को ध्यान से पढ़ें और सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ निर्धारित समयसीमा में आवेदन पूरा करें। इस भर्ती से न केवल विशेषज्ञ चिकित्सकों को प्रतिष्ठित संस्थान में काम करने का अवसर मिलेगा बल्कि क्षेत्र में उच्चस्तरीय चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को भी मजबूती मिलेगी।